महालक्ष्मी व्रत 2024 (सौ.सोशल मीडिया)
हिंदू धर्म में व्रत और त्योहारों का महत्व होता है हर दिन किसी ना किसी भगवान की पूजा के लिए समर्पित होता है। आज से महाराष्ट्र समेत देश के कई हिस्सों में महालक्ष्मी व्रत की शुरुआत हो गई है जो व्रत 16 दिनों तक किए जाते है। इस व्रत को लेकर धार्मिक मान्यता यह कहती है कि इस व्रत को करने से घर में धन-धान्य की कमी नहीं होती है।
इस व्रत की तिथि हिंदू पंचाग के अनुसार भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि मानी गई है जिसकी आज से शुरुआत के बाद अश्विन मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को व्रत संपन्न हो जाता है। अगर आप आज से पहली बार व्रत रखने जा रही है तो आपको ज्योतिष द्वारा बताए गए नियमों का पालन करना चाहिए।
महालक्ष्मी व्रत पहली बार रखने कै दौरान आपको कई बातों का ध्यान रखना चाहिए जो इस प्रकार है..
1- 11 सितंबर से शुरु हुए इस महालक्ष्मी व्रत के दौरान आपको नियम से 16 दिन तक माता लक्ष्मी का सुबह पूजन करना चाहिए।
2- पूजा के दौरान आपको महालक्ष्मी के आठ स्वरूपों की पूजा करनी चाहिए इसके बिना पूजा अधूरी मानी जाती है।
3- महालक्ष्मी व्रत के दौरान आपको नियमित 16 दिनों में श्री अष्टलक्ष्मी स्तोत्रम का पाठ करना चाहिए इसे पढ़ने से महालक्ष्मी की कृपा आप पर बनी रहती है।
4- महालक्ष्मी व्रत की पूजा के सोलह दिन पूरे होने के बाद आखिरी दिन आपको कलश में जल, कुछ सिक्के और अक्षत डालने चाहिए।
5-फिर आप कलश पर आम के पत्ते रखकर नारियल को रखना चाहिए ऐसा करने से चंदन, हल्दी आदि की पूजा होती है।
6- महालक्ष्मी व्रत की पूजा के बाद दूर्वा की गांठ बनाकर पानी में डुबाएं और भी घर के सभी सदस्यों और कमरे में इससे छिड़के। इससे दरिद्रता से छुटकारा मिल जाता है।
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महालक्ष्मी व्रत के दौरान आपको कई चीजों का ख्याल रखना चाहिए जो जरूरी है।
– व्रत के दौरान मांस-मदिरा का सेवन करने से बचना चाहिए। इससे व्रत का पूर्ण फल नहीं मिलता है।
– महालक्ष्मी व्रत के दौरान सोने से भी बचना चाहिए। इससे व्रती को उत्तम परिणाम नहीं मिलते हैं।
महालक्ष्मी व्रत का पारण करने के दौरान इस बात का ध्यान रखें कि लक्ष्मी जी को प्रसाद में चढ़ाई हुई खीर से पारण करें। इससे सौभाग्य की प्राप्ति होती है।