रक्षाबंधन पर न करें ये 5 गलतियां (सौ.सोशल मीडिया)
Mistakes to avoid on Rakshabandhan : भाई-बहन के अटूट प्रेम, विश्वास और सुरक्षा का पर्व रक्षाबंधन हर साल की तरह इस बार 9 अगस्त को मनाया जा रहा हैं। जैसा कि,आप जानते है कि रक्षाबंधन का पर्व केवल एक सूत यानी धागा बांधने का नहीं बल्कि भाई-बहन के मजबूत रिश्ते का भी प्रतीक माना जाता है।
ज्योतिषयों के अनुसार, रक्षाबंधन के दिन भाई की कलाई पर राखी बांधते समय बहन को शुभ मुहूर्त, सही विधि, उचित दिशा आदि जैसी कई बातों का ध्यान जरूर रखना चाहिए। क्योंकि जाने-अनजाने में हुई गलतियां कई बार रिश्तों में दरार पैदा करती है। इसलिए इस पवित्र दिन पर ऐसी कोई गलती न करें। जिससे भाई-बहन के रिश्तों में दरार पैदा हो जाए। ऐसे में आइए जान लीजिए रक्षाबंधन से जुड़े जरूरी नियम
ज्योतिषयों के अनुसार, ऱक्षाबंधन के दिन किसी भी समय में राखी न बांधे, बल्कि केवल शुभ मुहूर्त में ही भाई की कलाई पर राखी बांधने की सलाह दी जाती है। रक्षाबंधन के दिन राखी बांधने का शुभ मुहूर्त 9 अगस्त सुबह 05:47 से दोपहर 01:24 तक रहेगा।
कहा जाता हैं कि, रक्षाबंधन के दिन राहुकाल और भद्राकाल के समय भाई को राखी बांधने से बचना चाहिए। ज्योतिष- शास्त्र के अनुसार, राखी बांधने के लिए ये दोनों ही मुहूर्त अशुभ माने जाते हैं।
बता दें कि, इस साल रक्षाबधन पर भद्रा का साया नहीं रहेगा। लेकिन 9 अगस्त को सुबह 09:00 से 10:30 तक राहुकाल है।
राखी बांधते समय राहुकाल और भद्राकाल के अलावा सही दिशा का भी ध्यान रखें। दक्षिण दिशा की ओर मुख करके राखी नहीं बांधनी चाहिए। राखी बांधने के लिए वास्तु और शास्त्रनुसार पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुख होना शुभ माना जाता है।
राखी बांधते समय काले रंग के कपड़े पहनने से बचना चाहिए। क्योंकि काले रंग को हिंदू धर्म में अशुभ माना जाता है। वास्तु शास्त्र में इसे नकारात्मकता से जोड़ा जाता है। इसलिए रक्षाबंधन के दिन भाई-बहन काले रंग के वस्त्र न पहनें और ना ही भाई की कलाई पर काले रंग की राखी बांधे।
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राखी बांधने से पहले थाली अच्छी तरह तैयार कर लें। एक बात का विशेष ख्याल रहे कि पूजा की थाली में अक्षत, दीपक, घी, मिठाई, राखी, नारियल, रोली और जल आदि जैसी चीजें अवश्य हो। इन चीजों के बगैर रक्षाबंधन की थाली अधूरी मानी जाती है।