कांवड़ यात्रा नियम (सौ.सोशल मीडिया)
Kanwar Yatra 2025: गत शुक्रवार से सावन महीने की शुरुआत हो चुकी है। यह महीना भोले के भक्तों के लिए बहुत ही खास महत्व रखता है। इस पूरे महीने आपको जगह-जगह भगवान शिव के भक्त कांवड़ लाते नजर आएंगे। आपको जानकारी के लिए बता दें कि, हर साल सावन के साथ कांवड़ यात्रा की शुरुआत हो जाती है। इस बार कांवड़ यात्रा की शुरुआत 11 जुलाई से शुरू हो चुकी है।
इस पूरे महीने आपको जगह-जगह भगवान शिव के भक्त कांवड़ यात्रा पर नजर आएंगे। यह कांवड़ यात्रा सावन के शुरू होने के कुछ समय पहले से हो जाती है। लोग अपने कांवड़ लेकर निकलते हैं और इसमें अलग-अलग जगहों से गंगाजल भरकर लाते हैं।
ऐसा कहा जाता है कि जो कांवड़ लेकर जाता है, भगवान शिव आपकी सभी इच्छाएं पूरी करते हैं। इसलिए कांवड़ यात्रा पर जाने के लिए बच्चों से लेकर महिलाएं तक हर कोई शामिल होती हैं। लेकिन अगर आपके घर से कोई कांवड़ लेकर जा रहा है, तो ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से जानें आपको किन गलतियों से बचना है, ताकि कावड़ियों को कोई दिक्कत न हो।
ज्योतिष-शास्त्र के अनुसार, यदि घर से कोई कांवड़ लेने गया है तो उस घर के किसी सदस्य को तामसिक भोजन ग्रहण नहीं करना चाहिए। तामसिक भोजन में प्याज, लहसुन और मांसाहारी भोजन शामिल होता है। इस नियम का विशेष ध्यान रखना चाहिए, क्योंकि इसे अनदेखा करने से भोलेनाथ की नाराजगी का सामना करना पड़ सकता है।
अगर आपके घर से कोई भी सदस्य कांवड़ लेकर यात्रा पर गया है, तो आपको घर में किसी भी तरह की छौंका लगाने का काम नहीं करना है। सादा खाने का सेवन करें, ताकि आपके सदस्य को कोई दिक्कत न हो।
ज्योतिष बताते हैं कि, सावन के महीने में मदिरा का सेवन करना वर्जित होता है लेकिन जिस घर से कोई कांवड़ लेने जाता है, वहां किसी को गलती से भी शराब का सेवन नहीं करना चाहिए। ऐसा करना अशुभ माना गया है और इसकी वजह से जीवन में मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।
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अगर घर को कोई सदस्य कांवड़ लेकर गया है, तो उस घर में गर्म तवे पर रोटी नहीं डालनी चाहिए। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार ऐसा करने से कांवड़िए के पैरों में छाले पड़ जाते हैं। रोटी डालते समय तवे को गैस से उतारकर फिर रोटी डालें और तवा वापस गैस पर रख दें।
अगर आपके घर से कोई कांवड़ लेकर कांवड़ यात्रा पर निकला है, लेने वो एक भक्ति का काम ही कर रहा है। उसे किसी तरह की कोई दिक्कत न हो। इसके लिए जरूरी है कि आप भी भगवान शिव की पूजा अर्चना घर पर करते रहें। साथ ही, बिस्तर की जगह जमीन पर चटाई बिछाकर सोएं। इससे शिव भक्ति का फल दोनों को मिलेगा।