(सौजन्य सोशल मीडिया)
अखंड सौभाग्य का प्रतीक ‘हरियाली तीज’ का पावन व्रत मुख्य रूप से माता पार्वती को समर्पित है। इस बार हरियाली तीज का व्रत 7 अगस्त, बुधवार को रखा जाएगा। यह पर्व सुहागिन महिलाओं के लिए बहुत ही ख़ास महत्व रखता है। यह व्रत सुहागिन महिलाएं अपने पति के लंबी आयु एवं अच्छी सेहत के लिए करती हैं।
वहीं, कुंवारी लड़कियां अच्छे वर की प्राप्ति के लिए इस व्रत को रखती हैं। मान्यता है कि इस व्रत को करने से अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है। इस दिन महिलाएं हरी साड़ी, हरी चूड़ियां आदि पहनती हैं। साथ ही, 16 श्रृंगार भी करती हैं।
हरियाली तीज के दिन पूजा के साथ-साथ भोग का भी बहुत ही महत्व होता है। इस दिन विशेष प्रकार की चीजों का भोग लगाने से देवों के देव महादेव और देवी पार्वती प्रसन्न होकर अखंड सौभाग्य का आशीर्वाद देते हैं। ऐसे में आइए जानें इस पावन तिथि पर शिव और शक्ति को किन वस्तुओं का भोग लगाना चाहिए।
शास्त्रों के अनुसार, हरियाली तीज के दिन माता पार्वती और भगवान भोले नाथ को गुड़ से बनी मिठाई का भोग लगाना चाहिए। पूजा के बाद इस भोग का दान करने से जीवन में चल रही परेशानियों से छुटकारा मिलता है।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, भगवान शिव और देवी पार्वती को खीर बहुत प्रिय है। खीर का भोग लगाने से वे जल्द प्रसन्न होते हैं। इस दिन दूध और चावल से बनी खीर का भोग लगाना चाहिए और पूजन के बाद खीर के भोग को अपने पति को जरूर खिलाना चाहिए। साथ ही, खुद भी खीर का प्रसाद खाएं। ऐसा करने से दांपत्य जीवन में मधुरता आती है।
इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती को घेवर का भोग भी लगाना बहुत ही शुभ होता है। ऐसा करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। घेवर का भोग लगाने से शिवजी और पार्वती जी के आशीर्वाद से वैवाहिक जीवन खुशहाल बना रहता है।
कहा जाता है कि भगवान शिव को सफेद रंग की चीजें बेहद प्रिय होती हैं। ऐसे में सफेद रंग की मिठाइयों का भोग भगवान को अवश्य लगाएं। आप दूध से बने हलवे का भोग भी लगा सकते हैं। यह भोग लगाने से भी भगवान जल्द प्रसन्न होकर सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं। इस दिन शिव-पार्वती को मालपुए का भोग भी लगाया जा सकता है।
हरियाली तीज के पावन तिथि पर भगवान शिव और माता पार्वती को शहद का भोग भी लगाया जा सकता है। इस भोग को पूजा के बाद किसी ब्राह्मण को दान देना चाहिए। ऐसा करने से वैवाहिक जीवन खुशहाल बना रहता है। इसके अलावा, पंचमेवा भी आप भगवान शिव और माता पार्वती को चढ़ा सकते है। ऐसा करने से बल, बुद्धि और सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है।
लेखिका- सीमा कुमारी