रक्षाबंधन के दिन करें इन चीजों का दान (सौ.सोशल मीडिया)
Raksha Bandhan 2025 : रक्षाबंधन का त्योहार हर साल सावन मास की पूर्णिमा तिथि को मनाए जाने वाला हिन्दू धर्म का प्रमुख त्योहार हैं। जो इस बार 9 अगस्त को मनाया जा रहा हैं। रक्षाबंधन का पर्व केवल भाई-बहन के प्यार एवं विश्वास का प्रतीक नहीं है, बल्कि यह आपसी स्नेह, विश्वास और आशीर्वाद का उत्सव भी हैं।
इस दिन बहनें भाइयों की लंबी उम्र और खुशहाल जीवन की प्रार्थना करती हैं, जबकि भाई उन्हें जीवनभर सुरक्षा का वचन देते हैं। आपको बता दें, राखी बांधना, तिलक लगाना और मिठाई खिलाना तो परंपरा का हिस्सा है ही, लेकिन एक और महत्वपूर्ण कार्य है जो इस दिन बेहद शुभ माना जाता है—वह है दान। ऐसे में आइए जानते हैं, रक्षाबंधन के दिन किन 6 चीजों का दान करने से आपके जीवन में खुशहाली आ सकती है—
वास्तु शास्त्र के अनुसार, रक्षाबंधन के दिन सात अनाजों का दान करना शुभ होता हैं। सनातन धर्म में अन्न दान करना सबसे बड़ा दान माना जाता है। रक्षाबंधन के दिन सात प्रकार के अनाज जैसे- गेहूं, चना, मूंग, चावल, जौ, मक्का, उड़द को किसी जरूरतमंद या गौशाला में दान करने से घर में कभी अन्न की कमी नहीं रहती। ये दान विशेष रूप से लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करने के लिए भी प्रभावी होता है।
वास्तु शास्त्र की मानें तो, रक्षाबंधन के दिन सात अनाजों के अलावा काले तिल और सफेद चावल का दान करने से बुरी नजर और नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है। रक्षाबंधन पर ये दान करना विशेष रूप से रक्षा कवच का काम करता है। इसे किसी साधु, ब्राह्मण या जरूरतमंद व्यक्ति को दें।
वास्तु शास्त्र के अनुसार, राहु और केतु से संबंधित दोषों को शांत करने के लिए किसी गरीब को चप्पल या जूते दान करना शुभ होता है। रक्षाबंधन के दिन ये दान करने से जीवन में रुकावटें कम होती हैं और कार्यों में सफलता मिलती है।
रक्षाबंधन के दिन मिश्री, घी और शहद का भी दान बहुत शुभ माना जाता है। ये चीजें शरीर में ऊर्जा बढ़ाने के साथ-साथ घर में सकारात्मकता भी लाती हैं। खासतौर पर मिश्री दान करने से वाणी दोष दूर होते हैं और पारिवारिक जीवन मधुर बनता है।
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रक्षाबंधन पर तांबे या पीतल के बर्तन दान करने से घर में वास्तु दोष कम होता है। पीतल सूर्य और गुरु का प्रतिनिधित्व करता है, जिससे स्वास्थ्य और धन में वृद्धि होती है। इन धातुओं से बने बर्तन किसी ब्राह्मण या जरूरतमंद को दान करें। इससे शनि और राहु जैसे नकारात्मक ग्रहों की शांति होती है