कालाष्टमी के दिन इन चीजों का करें दान(सौ.सोशल मीडिया)
आज 18 जून को आषाढ़ महीने का कालाष्टमी व्रत रखा जा रहा है। सनातन धर्म में भगवान शिव के रौद्र रूप काल भैरव को समर्पित कालाष्टमी का पर्व खास महत्व रखता है। यह पर्व हर महीने कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है।
इस दिन उनकी पूजा-अर्चना करने और कुछ विशेष चीजों का दान करने से काल भैरव प्रसन्न होते हैं और भक्तों के जीवन से सभी कष्ट, भय और नकारात्मकता दूर होती है, जिससे घर में सुख-समृद्धि और खुशहाली बनी रहती है। ऐसे में आइए जानते है काल भैरव को प्रसन्न करने और उनकी कृपा प्राप्त करने के लिए किन विशेष चीजों का दान करना शुभ होता है?
ज्योतिषयों के अनुसार, कालाष्टमी के दिन काले तिल का दान करना बड़ा शुभ होता है। काले तिल का संबंध शनि और राहु-केतु से है, और ये पितरों को भी प्रिय होते हैं। काल भैरव की पूजा में काले तिल का विशेष महत्व है। किसी ब्राह्मण, गरीब व्यक्ति या मंदिर में काले तिल का दान करें। ऐसा करने से राहु-केतु के अशुभ प्रभावों को कम करता है, पितृ दोष से मुक्ति दिलाता है और दुर्भाग्य को दूर करता है।
कालाष्टमी के दिन किसी काले कुत्ते को दूध, रोटी, बिस्कुट या मीठी पूड़ी खिलाएं। यह सबसे प्रभावी उपायों में से एक है जो काल भैरव को प्रसन्न करता है, आपके जीवन से बाधाओं को दूर करता है काला कुत्ता काल भैरव का वाहन है। उन्हें भोजन कराना काल भैरव को सीधे प्रसन्न करने के समान है।
कालाष्टमी के दिन सरसों का तेल का दान करना भी शुभ होता है। सरसों का तेल काल भैरव को अत्यंत प्रिय है और यह शनि देव से भी संबंधित है। इसका दान करने से शनि के अशुभ प्रभावों में कमी आती है और काल भैरव प्रसन्न होते है। आज के दिन किसी गरीब या जरूरतमंद व्यक्ति को सरसों का तेल दान करें।
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आप शनि मंदिर या भैरव मंदिर में भी सरसों का तेल दान कर सकते हैं। यह जीवन से बाधाओं को दूर करता है, स्वास्थ्य समस्याओं को कम करता है और नकारात्मक ऊर्जा से रक्षा करता है।
कालाष्टमी के दिन उड़द की दाल या उससे बनी चीजें दान करना भी शुभ होता है। उड़द की दाल भी शनि और भैरव जी से संबंधित है। उड़द की दाल, या उड़द दाल से बनी कोई वस्तु जैसे उड़द दाल के वड़े या कढ़ी-चावल गरीबों को दान करें। यह आपके कर्मों से जुड़े दोषों को कम करता है और जीवन में स्थिरता लाता है।