अन्नपूर्णा जयंती के दिन करें ये उपाय (सौ.सोशल मीडिया)
Annapurna Jayanti Upay: माँ अन्नपूर्णा को समर्पित अन्नपूर्णा जयंती हर साल मार्गशीर्ष माह की पूर्णिमा के दिन मनाई जाती है। इस वर्ष यह जयंती 15 दिसंबर को मनाई जाएगी। इस दिन अन्न एवं धन की देवी मां अन्नपूर्णा की पूजा की जाती है। साथ ही उनके निमित्त व्रत रखा जाता है।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन माता पार्वती धरती पर मां अन्नपूर्णा के रूप में अवतरित हुई थी। मान्यता है कि इस दिन मां अन्नपूर्णा की विशेष पूजा करने से साधक को जीवन की समस्याओं से मुक्ति मिल जाती है।
इसके अलावा इस दिन किए गए कुछ उपायों से हमेशा अन्न के भंडार भरे रहते हैं और कभी भी खाने-पीने की कमी नहीं होती है। आइए जानते है इस दिन किए गए कुछ उपायों के बारे में-
अन्नपूर्णा जयंती के दिन करें ये उपाय
चूल्हे की पूजा
अन्नपूर्ण जयंती के दिन चूल्हे की पूजा का विशेष महत्व होता है। इस दिन चूल्हे की विधि- विधान से पूजा जरूर करनी चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करने से घर में कभी धन-धान्य की कमी नहीं होगी और शुभ परिणाम भी मिल सकते हैं।
शनि दोष से मुक्ति
अगर कोई व्यक्ति शनि दोष से छुटकारा पाना चाहता है, तो उसे अन्नपूर्णा जयंती के दिन काले तिल के लड्डू बनाएं और किसी भी मंदिर में जाकर शनिदेव को अर्पित करें। मान्यता है कि ऐसा करने से व्यक्ति को शनि दोष से मुक्ति मिलती है।
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गाय को रोटी खिलाएं
ज्योतिष-शास्त्र के अनुसर, अन्नपूर्णा जयंती के दिन चूल्हे की पूजा करने के बाद जो पहली रोटी बनाकर गौ माता को खिलाएं। इसके बाद दूसरी रोटी कुत्ते को और तीसरी रोटी कौए को खिलानी चाहिए।
मान्यता है कि ऐसा करने से मां अन्नपूर्णा प्रसन्न होती हैं और हमेशा के लिए घर में वास करती हैं। इसके अलावा, व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं भी पूरी करती हैं।
केसर वाली खीर का भोग लगाएं
अन्नपूर्णा जयंती के दिन मां अन्नपूर्णा को केसर वाली खीर का भोग लगाएं। उसके बाद पूरे परिवार के साथ घी से बने प्रसाद ग्रहण करें। ऐसा करने से मां बेहद प्रसन्न होती है। जिससे आपके घर में कभी भी अन्न की कमी नहीं रहती है।
करें इन चीजों का दान
अन्नपूर्णा जयंती के दिन जरूरतमंदों को अन्न का दान जरूर करना चाहिए। इस दिन अन्न का दान शुभ माना जाता है। इससे व्यक्ति के जीवन में कभी अन्न और धन की कमी नहीं होती है और शुभ परिणाम भी मिलते हैं।