संकष्टी चतुर्थी(सौ.सोशल मीडिया)
Sankashti Chaturthi 2025 Upay : आज संकष्टी चतुर्थी का व्रत रखा जाएगा। पंचांग के अनुसार, फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी कहा जाता है। शास्त्रों के अनुसार, संकष्टी चतुर्थी के दिन विध्नहर्ता भगवान श्री गणेश की उपासना बड़ी ही फलदायी होगी।
संकष्टी श्री गणेश चतुर्थी का अर्थ होता है- संकटों को हरने वाली। भगवान गणेश बुद्धि, समृद्धि और सौभाग्य देने वाले हैं। इनकी उपासना शीघ्रफलदायी मानी गई है।
कहते हैं कि जो व्यक्ति आज के दिन संकष्टी श्री गणेश चतुर्थी का व्रत करता है, उसके जीवन में चल रही सभी समस्याओं का समाधान निकलता है और उसके सुख-सौभाग्य में वृद्धि होती है। ऐसे में आइए जानते हैं, कि संकष्टी चतुर्थी के दिन शुभ फलों की प्राप्ति के लिए और जीवन में सभी परेशानियों से मुक्ति पाने के लिए कौन से उपाय करने चाहिए।
संकष्टी चतुर्थी के दिन करें ये ज्योतिष उपाय :
आर्थिक तंगी दूर के लिए करे उपाय
यदि आप लंबे समय से आर्थिक तंगी का सामना कर रहे हैं, तो संकष्टी चतुर्थी के दिन उपासना करने से पहले गन्ने के रस से भगवान गणेश का अभिषेक करें। ऐसा माना जाता है कि इस टोटके को करने से धन से जुड़ी समस्या खत्म होती है और जीवन में पैसों की कमी नहीं होती है।
सफलता प्राप्ति के लिए करें उपाय
अगर आपको किसी भी काम में मेहनत के बावजूद सफलता नहीं मिल पा रही है तो अपने कामों में सफलता सुनिश्चित करने के लिए संकष्टी चतुर्थी के दिन गणपति जी के इस सफलता प्राप्ति मंत्र का जप करें।
मंत्र है- ॐ’गं गणपतये नमः’ इस मंत्र का 11 बार जप करें और हर बार मंत्र बोलने के बाद भगवान को पुष्पांजलि अर्पित करें। इस प्रकार 11 बार मंत्र बोलते हुए, हर बार भगवान को पुष्पांजलि अर्पित करें।
शत्रु मुक्ति के लिए करे उपाय
अगर, आपका कोई शत्रु आपको बहुत ज्यादा परेशान कर रहा है और आपके कामों में बाधा डाल रहा है, तो शत्रु से छुटकारा पाने के लिए संकष्टी चतुर्थी के दिन बाजार से एक पान का पत्ता लेकर आएं।
फिर उस पान के पत्ते को अच्छे से साफ करके, उस पर हल्दी से सातिया, यानि स्वास्तिक का चिन्ह बनाकर भगवान गणेश को अर्पित करें और अपने शत्रु का नाम लेते हुए, उससे छुटकारा पाने के लिए भगवान से प्रार्थना करें।
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मानसिक परेशानी मुक्ति के लिए करे उपाय
अगर आपको हमेशा किसी न किसी प्रकार की मानसिक परेशानी बनी रहती है, तो उससे बचने के लिए संकष्टी चतुर्थी के दिन हस्त नक्षत्र में आप जिस कमरे में सोते हैं, वहां पर एक मिट्टी के दीये में 2 कपूर जलाएं और पूरे कमरे में उसकी धूप दिखाने के बाद एक कोने में रख दें।