प्रतिकात्मक तस्वीर (सौजन्य सोशल मीडिया)
सावन महीने में पड़ने वाली एकादशी यानी ‘कामिका एकादशी’ इस साल 31 जुलाई, 2024 को बुधवार के दिन पड़ रही है। वैसे तो, हर महीने दो एकादशी तिथि पड़ती है, लेकिन सावन महीने में पड़ने वाली एकादशी को बहुत ही शुभ एवं मनोवांछित फल प्रदान करने वाला माना जाता है।
ज्योतिष-शास्त्र के अनुसार, ‘कामिका एकादशी’का व्रत रखने से ब्रह्महत्या के दोष से मुक्ति मिलती है, तीर्थों में स्नान के बराबर पुण्य मिलता है और ‘कामिका एकादशी’ व्रत कथा सुनने मात्र से सभी पाप नष्ट हो जाते हैं तथा मृत्यु बाद विष्णु लोक में स्थान मिलता है।
यदि आप इस व्रत को करने जा रहे हैं तो इस दिन कई बातों का ध्यान रखना जरूरी है। यदि आप नियमपूर्वक इस व्रत को नहीं करते हैं, तो व्रत का फल प्राप्त नहीं होगा। ऐसे में आइए जानें ‘कामिका एकादशी व्रत’ में किन बातों व नियमों का ध्यान रखना चाहिए।
1- धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, तुलसी माता एकादशी तिथि पर भगवान विष्णु के लिए निर्जला व्रत रखती हैं। ऐसे में भूल से भी एकादशी तिथि पर तुलसी में जल अर्पित नहीं करना चाहिए और न ही इस दिन तुलसी के पत्ते तोड़ने चाहिए।
2- एकादशी तिथि पर तुलसी के आस-पास साफ-सफाई का विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए। इस बात का भी खास ख्याल रखें कि तुलसी के आस-पास जूते-चप्पल या फिर कूड़ेदान आदि नहीं रखना चाहिए। इससे मां लक्ष्मी आपसे नाराज हो सकती हैं, जिस कारण आपको धन संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
3- इस दिन व्रती को स्नान में कई बातों का ध्यान रखना चाहिए। कहा जाता है कि, इस दिन स्नान करते हुये साबुन, तेल, शैंपू आदि का भी उपयोग नहीं करना चाहिए। महिलाओं को इस दिन बाल धोने से भी बचना चाहिए। वैसे ही, घर के पुरुषों को दाढ़ी, बाल, नाखून आदि नहीं काटना चाहिए।
4- धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, इस दिन चावल, बैंगन, मसूर की दाल आदि का भी सेवन नहीं करना चाहिए। इसके अलादा घर में झाड़ू लगाने से भी बचना चाहिए।
5- भगवान विष्णु का भोग बिना तुलसी के अधूरा माना जाता है। ऐसे में एकादशी तिथि पर विष्णु जी को भोग में तुलसी पत्र जरूर अर्पित करें। इससे साधक को तुलसी के साथ-साथ भगवान विष्णु की भी कृपा प्राप्त होती है। एकादशी से एक दिन पहले ही तुलसी तोड़कर रख सकते हैं।
6– शास्त्रों के अनुसार, कामिका एकादशी व्रत रखने के एक दिन पूर्व से मांसाहार का सेवन नहीं करना चाहिए। यदि व्रत रखना है, तो एक दिन पहले से ही मांस, मदिरा, लहसुन, प्याज आदि को छोड़ देना चाहिए।
7- कामिका एकादशी व्रत के दिन विष्णु पूजा के समय व्रत कथा का पाठ जरूर करना चाहिए। कहते हैं इस कथा को सुनने से साधक से सभी पाप नष्ट होते हैं तथा मृत्यु बाद विष्णु लोक में स्थान मिलता है।
लेखिका- सीमा कुमारी