पकड़ा गया आरोपी बजरंग, फोटो- सोशल मीडिया
Operation Ganjane: पूर्व NSG कमांडो बजरंग सिंह के पास से 200 किलो गांजा बरामद किया गया है। पुलिस का दावा है कि वह एक अंतरराज्यीय ड्रग तस्कर गिरोह का सरगना है। बजरंग सिंह पर आरोप है कि वह ओडिशा और तेलंगाना से गांजा मंगवाकर राजस्थान में सप्लाई करता था। उसकी गिरफ्तारी पर 25,000 रुपये का इनाम घोषित था। ‘ऑपरेशन गंजने’ के तहत हुई इस कार्रवाई को पुलिस ने एक बड़ी सफलता बताया है।
बजरंग सिंह, राजस्थान के सीकर जिले का रहने वाला है। पुलिस के मुताबिक, उसने दसवीं के बाद पढ़ाई छोड़ दी थी और BSF (सीमा सुरक्षा बल) में भर्ती हुआ था। वहां से रिटायर होने के बाद वह NSG (नेशनल सिक्योरिटी गार्ड) में शामिल हुआ और करीब सात साल सेवा दी। इसी दौरान वह 2008 में मुंबई हमलों के वक्त हुए आतंकवाद-रोधी ऑपरेशन में शामिल था।
सेना से बाहर आने के बाद बजरंग सिंह की राजनीतिक महत्वाकांक्षाएं भी सामने आई थीं। साल 2021 में उसने अपनी पत्नी को स्थानीय निकाय चुनाव लड़ाने की कोशिश की थी, जो सफल नहीं हुई। हालांकि, इससे उसे स्थानीय स्तर पर पहचान मिली और उसका प्रभाव बढ़ा। पुलिस का कहना है कि इसी प्रभाव का इस्तेमाल कर उसने ड्रग माफिया नेटवर्क खड़ा किया।
राजस्थान ATS और ANTF की टीमें बीते दो महीने से बजरंग सिंह की गतिविधियों पर नजर रख रही थीं। वह फर्जी मोबाइल सिम कार्ड, दूरदराज के गांवों में छिपने और पहचान छिपाने की तरकीबें अपना रहा था। लेकिन तकनीकी खुफिया इनपुट और लोकल मुखबिरों की मदद से पुलिस उसे आखिरकार पकड़ने में कामयाब हुई।
राजस्थान ATS के आईजीपी विकास कुमार ने कहा कि बजरंग सिंह की गिरफ्तारी से राज्य में फैले नार्को टेरर गठजोड़ को बड़ा झटका लगा है। उन्होंने कहा, “यह सिर्फ एक ड्रग केस नहीं है, बल्कि ऐसे लोगों को बेनकाब करता है, जो ट्रेनिंग और अनुभव का इस्तेमाल राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में करने लगते हैं।”
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सूत्रों के अनुसार, बजरंग सिंह के कुछ पुराने संपर्क और नेटवर्क को देखते हुए अब जांच इस दिशा में भी आगे बढ़ रही है कि क्या इस ड्रग नेटवर्क का किसी आतंकी गतिविधि से कोई संबंध रहा है।