झुंझुनूं में 25 से ज्यादा स्ट्रीट डॉग्स की गोली मारकर हत्या, फोटो- सोशल मीडिया
Jhunjhunu Crime News: झुंझुनूं जिले में एक युवक ने 25 से ज्यादा स्ट्रीट डॉग्स की गोली मारकर हत्या कर दी। इसका वीडियो सामने आने के बाद पूरे इलाके में आक्रोश फैल गया है और स्थानीय लोग दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
बताया जा रहा है कि आरोपी डूमरा का रहने वाला श्योचंद बावरिया अपने कुछ साथियों के साथ गांव में बंदूक लेकर घूम रहा था। जैसे ही उसे स्ट्रीट डॉग दिखता था, वह उसे पास जाकर गोली मार देता था। वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है कि एक व्यक्ति डॉग के सिर व सीने में निशाना लगाकर ताबड़तोड़ फायरिंग कर रहा है, जिससे स्ट्रीट डॉग्स मौके पर ही तड़प-तड़प कर मर रहे हैं। ग्रामीणों के अनुसार घटना के बाद गांव में जगह-जगह स्ट्रीट डॉग्स के खून से सने शव पड़े मिले।
वीडियो 4 अगस्त को सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पुलिस हरकत में आई तथा आरोपी के खिलाफ पशु क्रूरता अधिनियम एवं आईपीसी की संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया। जांच के लिए हेड कांस्टेबल शुभकरण को विशेष रूप से कुमावास गांव भेजा गया है। पुलिस ने कहा है कि आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
गांव की पूर्व सरपंच सरोज झांझड़िया ने इस घटना को लेकर एसपी से मिलकर लिखित शिकायत दी। उनका कहना है कि आरोपी का यह दावा बिल्कुल झूठा है कि स्ट्रीट डॉग्स ने उसकी बकरियों को काटा था। उन्होंने कहा कि ना तो किसी की बकरियां मरी हैं और न ही स्ट्रीट डॉग्स ने किसी को नुकसान पहुंचाया है। सरोज देवी ने आरोप लगाया कि श्योचंद और उसका समूह ‘बकरियां मर गई’ जैसे बहाने बनाकर मुआवजे की मांग करते हैं और पिछले 5 महीनों में भी यह गैंग गांव में ऐसी घटना कर चुका है।
ग्रामीणों का आरोप है कि हत्याकांड के समय गांव के कुछ लोग व पंच भी मौजूद थे, लेकिन किसी ने बीच-बचाव नहीं किया। स्थानीय लोगों का कहना है कि निर्दोष जानवरों को यूं मारना बेहद क्रूर कृत्य है और पशु क्रूरता के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि आरोपियों को गिरफ्तार कर उदाहरण स्वरूप कड़ी सजा दी जाए, ताकि आगे कोई इस तरह की घटना को अंजाम देने की हिम्मत न करे।
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झुंझुनूं के पुलिस अधिकारी शुभकरण ने बताया कि आरोपियों की पहचान कर ली गई है और मामले की विस्तार से जांच जारी है। आसपास के सीसीटीवी फुटेज जुटाए जा रहे हैं ताकि घटना में शामिल अन्य लोगों की भी पहचान की जा सके। वहीं पशु अधिकार कार्यकर्ताओं ने भी इस घटना की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए दोषियों पर पशु क्रूरता अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर त्वरित सजा दिलाने की मांग की है।