मध्यप्रदेश के उज्जैन से पहुंचे श्रद्धालुओं के साथ हुई थी खाटूश्याम में मारपीट (फोटो- सोशल मीडिया)
सीकर: राजस्थान के सीकर स्थित प्रसिद्ध खाटूश्यामजी मंदिर में दर्शन के लिए पहुंचे श्रद्धालुओं पर हुई मारपीट ने पूरे देश में आक्रोश पैदा कर दिया है। बारिश के दौरान मंदिर मार्ग पर रुके श्रद्धालुओं को दुकानदारों ने लाठियों से पीटा, महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार किया और उनके जेवर तक छीन लिए। यह पूरी घटना कैमरे में कैद हुई और सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। अब पुलिस ने मामले में संज्ञान लेकर चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
घटना 8 जुलाई को हुई, जब उज्जैन से आए श्रद्धालु श्याम कुंड के पास बारिश से बचने के लिए एक दुकान के बाहर रुके थे। वहां दुकानदार ने बदतमीजी से हटने को कहा, जिस पर विवाद शुरू हो गया। महिला श्रद्धालुओं ने बताया कि उन्हें पीटा गया, उनके ब्लाउज और साड़ी खींचे गए, मंगलसूत्र और बालियां छीनी गईं। पीड़ितों ने पुलिस को बुलाने की कोशिश की, लेकिन सहायता समय पर नहीं मिली। बाद में स्थानीय लोगों की मदद से पुलिस को सूचित किया गया।
श्रद्धालुओं की पीड़ा: हम बस बारिश से बचना चाहते थे
पीड़िता निक्की जादम ने बताया कि वे केवल कुछ मिनट बारिश से बचने के लिए रुके थे, लेकिन दुकानदारों ने गाली-गलौज करते हुए हमला कर दिया। उनकी सासू मां को डंडे से मारा गया, और बाकी श्रद्धालुओं को बेरहमी से पीटा गया। एक महिला ने कहा, उन्होंने मेरे कपड़े खींचे, गहने तोड़े और हमें सरेआम पीटा। वहीं एक बच्चा भी डरा-सहमा बोला, हम तो वहां से जा रहे थे, लेकिन दुकानदार भैया हमें मारने लगे।
पुलिस का एक्शन और मंदिर प्रशासन की चुप्पी
थाना प्रभारी पवन चौबे ने बताया कि यह मामला मध्य प्रदेश के श्रद्धालुओं और स्थानीय दुकानदारों के बीच विवाद का है। धारा 170 के तहत चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है और मामले की जांच जारी है। हालांकि, श्रद्धालुओं का आरोप है कि मंदिर प्रशासन ने इस पूरे घटनाक्रम में कोई मदद नहीं की और न ही घटना पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया दी है।
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खाटूश्यामजी जैसे आस्था के केंद्र में श्रद्धालुओं के साथ हुई इस बर्बरता ने सुरक्षा और प्रशासनिक जवाबदेही पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। सोशल मीडिया पर लोग मंदिर प्रशासन से जवाब मांग रहे हैं और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।