उद्धव ठाकरे व मंत्री प्रताप सरनाईक (डिजाइन फोटो)
मुंबई: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में उप मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की शिवसेना के मुकाबले पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (यूबीटी) पार्टी का प्रदर्शन निराशाजनक रहा। इसका साइड इफेक्ट अब महाराष्ट्र की राजनीति में देखने को मिल रहा है। शिवसेना (यूबीटी) में ऑपरेशन टाइगर शुरू होने के संकेत शिवसेना (शिंदे गुट) के मंत्री प्रताप सरनाईक ने दिए हैं। उनका दावा है कि धाराशिव में शिवसेना (यूबीटी) को बड़ा झटका लगेगा। उनके सांसद और विधायक डीसीएम शिंदे के संपर्क में हैं।
शिंदे गुट की ओर से लगातार दावा किया जा रहा है कि शिवसेना (यूबीटी) के कई सांसद, विधायक और दूसरे विश्वसनीय पदाधिकारी जल्द ही पाला बदल कर शिंदे के साथ जाने की तैयारी में हैं। ऐसा ही बयान धाराशिव से नवनियुक्त पालकमंत्री प्रताप सरनाईक ने गणतंत्र दिवस के मौके पर जिले में आयोजित जिला नियोजन समिति की पहली बैठक के दौरान दिया।
उन्होंने कहा कि भविष्य में आपको इस जिले में कई अप्रत्याशित बदलाव देखने को मिल सकते हैं। इसलिए आपके जिले में कोई बदलाव होगा तो आप आश्चर्यचकित नहीं होना। सरनाईक के बयान के बाद धाराशिव में शिवसेना के ‘ऑपरेशन टाइगर’ के लागू होने की अटकलें जोर पकड़ने लगी हैं।
मंत्री प्रताप सरनाईक ने कहा कि हम शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे के विचारों के साथ आगे बढ़ रहे हैं। विधानसभा चुनाव में इस राज्य की जनता ने दिखा दिया कि असली शिवसेना किसकी है। बालासाहेब के विचारों को कौन आगे बढ़ा रहा है।
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एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में हमने 80 सीटों पर चुनाव लड़कर 60 सीटें जीतने की उपलब्धि हासिल की। इससे आम जनता को पता चल गया है कि असली शिवसेना किसकी है? इसलिए, यदि धाराशिव जिले में भी कोई बदलाव होता है, तो आपको हैरान नहीं होना चाहिए।
धाराशिव में हैं शिवसेना (यूबीटी) के एकमात्र सांसद ओमराजे निंबालकर तथा दो विधायक कैलाश पाटिल व प्रवीण स्वामी हैं। शिवसेना में शिंदे के नेतृत्व में हुई बगावत के दौरान निंबालकर और कैलास पाटिल उद्धव के साथ थे, जबकि प्रवीण स्वामी उमरगा निर्वाचन क्षेत्र से शिवसेना (यूबीटी) के टिकट पर चुनाव जीते हैं। उन्होंने ज्ञानराज चौगुले को हराया था। अब इन तीनों के शिंदे के संपर्क में होने का दावा शिंदे गुट के नेता कर रहे हैं।