नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार (सौजन्य सोशल मीडिया)
Leader of the Opposition Umang Singhar: मध्यप्रदेश में खाद की किल्लत से परेशान किसान कई जगहों पर प्रदर्शन करने को मजबूर हैं। इसी बीच मध्य प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने खाद की किल्लत और कालबाजारी को लेकर प्रदेश और केंद्रीय सरकार पर जमकर हमला बोला है। उमंग सिंघार ने खाद मांगने पर किसानों पर लाठी बरसाने का आरोप लगाया है।
मध्य प्रदेश कांग्रेस के नेता उमंग सिंघार ने कहा कि, राज्य का किसान खाद के लिए परेशान है, उसको खाद नहीं मिल पा रही है। पिछले सालों के आंकड़े इस बात की गवाही दे रहे हैं कि राज्य में खाद का मांग से ज्यादा का आवंटन किया गया, मगर वितरण नहीं हुआ। जितनी खाद आई, उतना वितरण ही नहीं किया गया। सरकारी बुलेटिन बताते हैं कि राज्य में खाद की कमी नहीं रही, मगर किसानों को नहीं मिली।
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने केंद्र सरकार के रसायन और खाद मंत्रालय की ओर से लोकसभा में दिए गए जवाब के हवाले से बताया कि वर्ष 2022 से 2025 तक राज्य को सरप्लस खाद मिली। इससे जाहिर है कि खाद की समस्या नहीं है, बल्कि वितरण व्यवस्था और प्रबंधन ठीक नहीं है। यही कारण रहा कि बीते तीन सालों में सरकार लगभग 14 लाख टन (एलएमटी) यूरिया और सात लाख टन (एलएमटी) डीएपी किसानों को नहीं बांट पाई।
उमंग सिंघार ने आरोप लगाते हुए कहा कि, प्रदेश में खाद की किल्लत से किसान सड़क पर हैं, लेकिन समाधान देने के बजाय मुख्यमंत्री मोहन यादव की पुलिस किसानों पर लाठियां बरसा रही हैं। सोचिए, जिस प्रदेश की अर्थव्यवस्था और रीढ़ किसान हैं, उन्हीं को खाद के लिए लाठियां झेलनी पड़ रही हैं। यह दुर्भाग्यपूर्ण है।
केंद्र सरकार के आँकड़ों में खाद सरप्लस दिखाई गई, फिर किसानों तक खाद क्यों नहीं पहुँची?
– पिछले तीन सालों में मध्यप्रदेश में 16.25 LMT यूरिया और 7.11 LMT DAP बची बताई गई।
– सरकारी आँकड़े कहते हैं कि प्रदेश में खाद की उपलब्धता हर साल खपत से ज़्यादा रही – यानी खाद बची हुई थी।
-फिर… pic.twitter.com/VpwkGev8G6— Umang Singhar (@UmangSinghar) September 11, 2025
मुख्यमंत्री मोहन यादव, केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान और जेपी नड्डा तीनों नेताओं के पास राजनीति करने का समय है, चुनावी भाषणों के लिए समय है, लेकिन किसानों की समस्याओं का समाधान करने का समय नहीं है। क्या कारण है कि प्रदेश में हर साल खाद की समस्या गहराती है? क्या भाजपा सरकार किसानों को केवल वोट बैंक समझती है? किसान हमारी धरती का भगवान है। उसके पसीने से अन्न उगता है। और जब वही किसान खाद, पानी और न्यूनतम दाम के लिए तरस जाए तो यह सरकार की नाकामी का सबसे बड़ा सबूत है। भाजपा सरकार जवाब दे-किसानों को न्याय कब मिलेगा?
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केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान पंजाब घूम रहे हैं, लेकिन मध्यप्रदेश के किसानों को भूल गए हैं। मुख्यमंत्री मोहन यादव कांग्रेस की पहल पर स्कूटी बांट रहे हैं, लेकिन किसानों को खाद की बोरी भी बांट दी जाती तो वे आज बेहाल न होते। मध्यप्रदेश प्रदेश की पुलिस किसानों पर जिस तरह लाठियां बरसा रही है, वह गलत है। किसानों को खाद की जगह सिर्फ लाठियां मिल रही हैं।