दिवाली हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण त्योहार है और पूरे भारत में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। सौभाग्य और समृद्धि लाने के लिए इस दिन लक्ष्मी पूजा और अन्य धार्मिक अनुष्ठान किए जाते हैं। दिवाली के शुभ दिन पर माता लक्ष्मी और भगवान गणेश की विधि-विधान से पूजा करने का विधान है।
मान्यताओं के अनुसार इस दिन माता लक्ष्मी और गणेश जी की पूजा और दान करने से कई प्रकार के पुण्य फल प्राप्त होते हैं। लेकिन इस दिन सही पूजा करने के साथ-साथ कुछ नियमों का पालन करना भी बहुत जरूरी माना जाता है। आइए जानते हैं ज्योतिष शास्त्र के अनुसार दिवाली पर क्या करें और क्या करने से बचें।
दिवाली के दिन न करें ऐसा काम : घर की पूरी सफाई करें और उसे दीयों, रंगोली और फूलों से सजाएं, इससे लक्ष्मी माता प्रसन्न होती हैं और घर में सुख-समृद्धि आती है। लक्ष्मी और गणेश भगवान की विधि-विधान से पूजा करें, साथ ही शुभ मुहूर्त में दीप जलाकर माता लक्ष्मी का आह्वान करें । इससे घर में खुशहाली आती है।
दिवाली के दिन अपने परिवार, मित्रों और पड़ोसियों को मिठाई और प्रसाद बांटना शुभ माना जाता है। इससे प्रेम और सद्भाव बढ़ता है। इसके साथ ही दिवाली पर दान-पुण्य करने का विशेष महत्व होता है। इस दिन गरीबों और जरूरतमंदों को दान देना करना बहुत ही शुभ माना जाता है।
अंधकार मिटाने और सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाने के लिए दीये जलाएं। यह घर को पवित्र बनाता है और बुरी शक्तियों को दूर करता है। बता दें कि दिवाली एक नए शुरुआत का प्रतीक है, इसलिए सकारात्मक सोच रखें और बुरी आदतों को छोड़कर अच्छे कार्यों को अपनाएं।
दिवाली के दिन क्यों नहीं करते ये काम : दिवाली पर घर की साफ-सफाई का विशेष महत्व है। लक्ष्मी माता की कृपा पाने के लिए घर को साफ और स्वच्छ रखना जरूरी होता है, साथ ही गंदगी रखने से लक्ष्मी जी का वास नहीं होता है। इस दिन सच बोलना और सच्चे मन से काम करना शुभ माना जाता है, और झूठ बोलने, धोखा देने या गलत काम करने से बचें।
दिवाली का दिन प्रेम और एकता का होता है। किसी के साथ बुरा व्यवहार या हिंसक काम करना अशुभ माना जाता है। दिवाली की रात जलाया गया तेल का दिया अचानक से बुझाना या जानबूझ कर उसे बुझाना अपशकुन माना जाता है। इसे जलाए रखने की कोशिश करें।
दिवाली के दिन कर्ज लेना और उधार लेना अशुभ माना जाता है, इससे आर्थिक हानि भी हो सकती है। पूजा करते समय शुद्ध और पवित्र सामग्री का ही उपयोग करें। खराब चीज़ें जैसे खराब फूल या बासी प्रसाद चढ़ाना अच्छा नहीं माना जाता है।