India vs Pakistan: बीते दिनों से भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव का अंत युद्धविराम की घोषणा के साथ हो गया है। भारत जहां पर पाकिस्तान के बेमतलब के दावों को खारिज करता है वहीं पर पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आता है। हाल ही में पाकिस्तान ने ‘यौम-ए-तशक्कुर’ का ऐलान कर जनता का आभार जताया है। यह पहला मौका नहीं है इससे पहले भी पाकिस्तान इस प्रकार के फर्जी दावे कर चुका है।
‘यौम-ए-तशक्कुर’ का मतलब है अल्लाह का शुकराना। प्रधानमंत्री शरीफ ने ऑपरेशन की घोषणा करते हुए कहा कि पाकिस्तान के ऑपरेशन बुनयान अल मरसूस की सफलता पर ‘यौम-ए-तशक्कुर’ मनाया जाएगा। प्रधानमंत्री कार्यालय से जारी बयान के अनुसार, यह दिन ईश्वर के प्रति आभार प्रकट करने, सशस्त्र बलों की असाधारण वीरता को श्रद्धांजलि देने, पूरे देश की एकता की सराहना करने के लिए मनाया जाएगा।
1965 की जंगः झूठा विजय उत्सव- पाकिस्तान ने सन् 1965 में ऑपरेशन जिब्राल्टर के तहत कश्मीर में युद्ध छेड़ने की कोशिश की थी लेकिन भारत ने लाहौर तक मोर्चा खोल दिया और पाकिस्तान को पीछे हटना पड़ा। इस युद्ध के दौरान संयुक्त राष्ट्र ने जहां पर हस्तक्षेप किया था लेकिन इसका श्रेय खुद ले बैठा और जीत करार दिया।
1971: बांग्लादेश मुक्ति संग्राम- भारत-पाकिस्तान के युद्ध का नतीजा बांग्लादेश के अलग होने से रहा है।पाकिस्तान के 93,000 सैनिकों ने भारतीय सेना के सामने आत्मसमर्पण किया। पाक ने लंबे समय तक इसे दबाया।
1999: कारगिल युद्ध- इस तिथि को लेकर कहा गया है कि,पाक ने भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ की। भारतीय सेना ने सफलतापूर्वक सभी क्षेत्रों को वापस लिया। इसके अलावा सभी देशों ने दोषी ठहराया है लेकिन पाकिस्तानी मीडिया ने इसे 'बादलों में फतह' करार दिया। इसकी असलियत बाद में यह रही कि, नवाज शरीफ को अमेरिका में हस्तक्षेप की गुहार लगानी पड़ी।
2016: उरी हमले के बाद भारत की सर्जिकल स्ट्राइक- सन् 2016 में भी पाकिस्तान ने अपनी करतूत दिखाई और उरी पर हमला कर दिया जिसमें उरी हमले में 19 भारतीय सैनिक शहीद हुए। भारत ने स्ट्राइक की, पाक ने इसे छोटा संघर्ष बताया।
2019: पुलवामा हमला और बालाकोट एयरस्ट्राइक -जैश-ए-मोहम्मद के आत्मघाती हमले में जवान शहीद हुए। बताया जाता है कि, करतूत दिखाई और उरी पर हमला कर दिया जिसमें उरी हमले में 19 भारतीय सैनिक शहीद हुए। भारत ने स्ट्राइक की, पाक ने इसे छोटा संघर्ष बताया।