Akshaya Tritiya 2025: हिंदू धर्म में अक्षय तृतीया का महत्व होता है। इस दिन किसी नए कार्य की शुरूआत से लेकर शुभ कार्य संपन्न कराएं जाते है। इस दिन समृद्धि और सौभाग्य की देवी लक्ष्मी और धन के देवता कुबेर की पूजा की जाती है। अक्षय तृतीया पर पूजा का महत्व होता है तो वहीं पर सही रंग का चुनाव करके आप दिन को सफल बना सकते है। अक्षय तृतीया पर इन रंगों के कपड़े पहनने का अर्थ होता है।
लाल- शुभ रंग - पूजा-पाठ के दौरान लाल रंग के कपड़े पहनने का महत्व होता है ।लाल एक शुभ रंग है क्योंकि ये रंग मां की शक्ति से जुड़ा है, लाल रंग को सौभाग्य और शुभता का प्रतीक माना जाता है। लाल रंग मंगल का रंग है इसलिए इसे मंगलकारी माना जाता है, इस दिन लाल कपड़े पहनने से सकारात्मक ऊर्जा और धन की देवी लक्ष्मी का आशीर्वाद मिलता है।
पीला –समृद्धि का रंग- यहां पर अक्षय तृतीया के मौके पर पीले रंग को पहनना बेहद शुभ माना जाता है। कहते हैं कि, पीला रंग हल्दी यानि पवित्रता का प्रतीक होता है। इतना ही नहीं भगवान विष्णु को भी पीला रंग प्रिय है। धन के देवता कुबेर को इस रंग से जोड़कर देखा जाता है, इस खास दिन पीली वस्तुओं को घर लाने का भी विधान है।
पीला –समृद्धि का रंग- यहां पर अक्षय तृतीया के मौके पर पीले रंग को पहनना बेहद शुभ माना जाता है। कहते हैं कि, पीला रंग हल्दी यानि पवित्रता का प्रतीक होता है। इतना ही नहीं भगवान विष्णु को भी पीला रंग प्रिय है। धन के देवता कुबेर को इस रंग से जोड़कर देखा जाता है, इस खास दिन पीली वस्तुओं को घर लाने का भी विधान है।
हरा –खुशहाली का रंग - अक्षय तृतीया के मौके पर वैसे तो किसी भी रंग के कपड़े आप पहन सकते है लेकिन हरे रंग का अलग महत्व होता है। हरे रंग को लेकर माना जाता है कि, ये रंग जीवन में भाग्य और समृद्धि लाता है। हरा रंग नई शुरुआत का प्रतीक है ,हरा रंग प्रकृति से जुड़ा हुआ है। माता लक्ष्मी भी इस रंग के वस्त्रों में नजर आती है।