आज महाशिवरात्रि का दिन सबसे अहम दिनों में से एक है जहां पर शुभ दिन के मौके पर 45 दिनों से चल रहा भव्य धार्मिक समागम महाकुंभ आज संपन्न हो जाएगा। इस मौके पर देश-दुनिया से आए श्रद्धालु डुबकी लगा रहे है वहीं पर पावन दिन का बखान कर रहे है।
महाशिवरात्रि पर महाकुंभ का अंतिम स्नान (सौ. सोशल मीडिया)
महाकुंभ 2025 (सौ. फाइल फोटो )
इस धार्मिक समागम में समाज के हर वर्ग के लगभग रिकॉर्ड 64 करोड़ लोगों ने प्रयागराज के त्रिवेणी संगम पर पवित्र डुबकी लगाई है और पुण्य फल की प्राप्ति की है।
भोर के समय से ही शुभ मुहूर्त में आज पवित्र स्नान के लिए पहुंचे श्रद्धालुओं ने अमृत स्नान किया।
महाकुंभ में शासन के निर्देश पर विशेष तौर पर तैनात वरिष्ठ आईएएस अधिकारी डॉ. आशीष कुमार गोयल ने अधिकारियों को बीते दिनों निर्देश दिए थे कि, शहर के सभी शिवालयों और महाकुंभ क्षेत्र में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए सुरक्षा और व्यवस्थाओं को पुख्ता किया जाएं।
महाकुंभ के अंतिम दिन आज त्रिवेणी संगम पर स्नान का फल प्राप्त कर रहे लोगों पर प्रशासन ने हेलीकॉप्टर के जरिए पुष्प वर्षा की। यह नजारा बेहद ही देखने लायक था।
श्रीकाशी विश्वनाथ धाम और गंगा घाटों पर हुई इस पुष्पवर्षा ने श्रद्धालुओं को आनंदित कर दिया, जिसके बाद हर हर महादेव के जयघोष से पूरा वातावरण गूंज उठा।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, "श्रद्धालु दर्शन कर रहे हैं. अब तक करीब 66 करोड़ श्रद्धालुओं ने स्नान किया है. श्रद्धालुओं ने राष्ट्रीय एकता का संदेश दिया. पिछले 1.5 महीने से श्रद्धालु वाराणसी और अयोध्या में भी दर्शन कर रहे हैं।
महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर त्रिवेणी संगम में देश-विदेश से आए श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी. लंदन, ब्राजील, मैक्सिको और अमेरिका समेत दुनिया के कई अन्य देशों से आए श्रद्धालुओं ने गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम में पवित्र स्नान किया और भारतीय संस्कृति की गहराई को करीब से महसूस किया।
आंकड़ों के मुताबिक, आखिरी दिन संगम में कुल 81.09 लाख श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाई. वहीं, महाकुंभ में अब तक 64.77 करोड़ श्रद्धालु संगम में डुबकी लगा चुके हैं।
144 साल बाद आए इस सबसे बड़े धार्मिक समागम का आज समापन हो गया है। आस्था के इस दौर का समापन हर किसी हिंदू के मन को बोझिल करता है। यह समागम वाकई में अद्भुत और स्मरणीय रहा।