bhojpuri actor ravi kishan struggle story: फिल्म इंडस्ट्री में ऐसे कई ऐसे एक्टर हैं, जो खूब मेहनत करने के बाद आज एक बड़े मुकाम पर पहुंच चुके हैं। तमाम ऐसे अभिनेता हैं, जो खूब संघर्ष करने के बाद अपनी पहचान बनाए पाए हैं। इसी तरह के एक एक्टर हैं रवि किशन, जो आज एक बड़ा नाम बन चुके हैं। एक समय था, जब उन्हें बहुत स्ट्रगल करना पड़ा था। आइए जानें रवि किशन के स्ट्रगल के बारे में....
मंदिर से सिक्के चुराया करते थे रवि किशन, 500 रुपए लेकर पहुंचे थे मुंबई (फोटो सोर्स-इंस्टाग्राम)
बहुत से लोग ये नहीं जानते होंगे कि एक्टर का पूरा नाम रवि किशन शुक्ला है। रवि किशन आज के समय में एक बड़े अभिनेता होने के साथ-साथ एक बड़े पॉलिटिशियन भी हैं। इसके अलावा वो एक फिल्म मेकर और टीवी पर्सनैलिटी भी हैं। इस मुकाम तक पहुंचने के लिए उन्होंने खूब संघर्ष किया है।
एक बार रजत शर्मा के शो आपकी अदालत में एक्टर ने ये खुलासा किया था कि वो बचपन में हनुमान मंदिर से सिक्के चुराते थे। एक्टर ने बताया कि उनके पिताजी की दूध की डेरी हुआ करती थी, उससे भी वो पैसा चुराया करते थे।
अपने इंटरव्यू में रवि किशन ने आगे बताया कि उनके पिताजी उनकी बहुत ज्यादा पिटाई किया करते थे। इससे वो उनसे नाराज हो गए। एक दिन उन्हें इस बात से बहुत ही बुरा लगा। ऐसे में पिता के गुस्से से बचाने के लिए उनकी माताजी ने उन्हें 500 रुपए दिए और उन्हें मुंबई भाग जाने कहा।
रवि ने मां से 500 रुपए लिए और भागकर माया नगरी में पहुंच गए। इसके बाद उन्होंने बॉलीवुड में कदम रखा। यहां वो कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाए। बॉलीवुड में कदम रखते ही उन्हें गरीबों का मिथुन चक्रवर्ती कहा जाने लगा। कई हिंदी फिल्में करने के बाद भी वो बॉलीवुड में कोई खास पहचान नहीं बना पाए।
हालांकि आगे चलकर सलमान की फिल्म तेरे नाम में उनके किरदार को काफी पसंद किया गया। इसके अलावा एक्टर ने इस बात का भी खुलासा किया कि कई फिल्मों में वो बिना पैसों के भी काम कर चुके हैं। उन्होंने केवल बाइक के पैट्रोल के खर्च के बदले कई फिल्मों में मुफ्त में ही काम किया।
बॉलीवुड में पहचान ना मिलने पर उन्होंने भोजपुरी की दुनिया में कदम रखा। देखते ही देखते रवि किशन भोजपुरी इंडस्ट्री के सुपरस्टार बन गए। उनकी कई भोजपुरी फिल्में ब्लॉकबस्टर रहीं। इसके बाद उनका करियर ऊंचाइयों पर पहुंचा।
आखिरी बार रवि किशन को आमिर खान और किरण राव के निर्देशन में बनी फिल्म लापता लेडीज में देखा गया था। बता दें कि ये फिल्म 97वें अकादमी पुरस्कार या ऑस्कर 2025 में सर्वश्रेष्ठ अंतर्राष्ट्रीय फीचर फिल्म के लिए भारत की आधिकारिक प्रविष्टि के तौर पर चुनी गई है।