शिवसेना यूबीटी ने किया हंगामा (सौजन्य-नवभारत)
Shiv Sena UBT Dispute: यवतमाल शहर की उबाठा (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) गुट में शनिवार को दो फाड़ देखने को मिला। जहां एक तरफ संतोष ढवले मित्र मंडल की ओर से नप चुनाव में उबाठा का एक भी उम्मीदवार जीतकर नहीं आने का अनूठा उपक्रम करने पर सांसद संजय देशमुख का सत्कार समारोह का आयोजन उत्सव मंगल कार्यालय में किया गया।
वहीं दूसरी तरफ उबाठा शिवसेना के पदाधिकारियों ने एक पत्रकार परिषद लेकर चुनाव में मिली हार का ब्यौरा पेश किया। इसके बाद कार्यकर्ताओं ने उत्सव मंगल कार्यालय में जाकर सत्कार समारोह में हंगामा किया। इस दौरान उबाठा कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा मचाते हुए संतोष ढवले की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए।
नगर परिषद चुनाव से पहले शिवसेना उबाठा की पत्रकार परिषद के माध्यम से महाविकास आघाड़ी बनने की घोषणा की गई थी। लेकिन महाविकास आघाडी का हिस्सा रहनेवाली कांग्रेस और उबाठा सेना के बीच कुछ जगहों पर सीटों को लेकर बात नहीं बन पायी थी। इतना ही नहीं, शिवसेना में रहनेवाले संतोष ढवले ने भी चुनाव प्रचार के दौरान हाथ में पंजा लेकर कांग्रेस का प्रचार किया था।
जिसके चलते संतोष ढवले की शिकायत स्थानीय पदाधिकारियों ने सांसद संजय देशमुख और पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे के पास भी की गई। इसके बाद शिवसेना सुप्रीमो उद्धव ठाकरे के आदेश पर संतोष ढवले को निष्कासित कर दिया गया। इसके बाद से संतोष ढवले और उबाठा सेना के बीच मनमुटाव का दौर शुरू हो गया। इसी कडी में संतोष ढवले ने अपने आप को कट्टर शिवसैनिक होने की बात कहते हुए काम शुरू रखा।
इतना ही नहीं संतोष ढवले मित्र मंडल का गठन भी किया। यह बात शिवसेना उबाठा के जिला संपर्क प्रमुख राजेंद्र गायकवाड को पता चलने पर उन्होंने सीधे तौर पर पत्रकार परिषद बुलाकर संतोष ढवले का शिवसेना उबाठा से कोई नाता नहीं रहने की बात कहीं। वहीं संतोष ढवले को गद्दार कहते हुए पार्टी विरोधी बताया।
यवतमाल नगर परिषद चुनाव में 58 में से एक भी सीट जीतकर नहीं लाने का रिकार्ड बनाने वाले सांसद संजय देशमुख की भूमिका पर आरोप लगाते हुए संतोष ढवले ने सांसद के सत्कार समारोह का आयोजन 27 दिसंबर को उत्सव मंगल कार्यालय में किया था। समारोह में संतोष ढवले सहित उनके कार्यकर्ता पहुंच रहे थे।
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इसी बीच उबाठा शिवसेना के जिला सहसंपर्क प्रमुख राजेंद्र गायकवाड, जिलाध्यक्ष किशोर इंगले, चेतन शिरसाठ,बालासाहब चौधरी सहित अन्य कार्यकर्ता भी हाथ में लाठी लेकर पहुंच गए। इस दौरान उबाठा कार्यकर्ताओं ने स्टेज पर लगाया पोस्टर हटाते हुए हंगामा किया।
इस समय मंगल कार्यालय में मौजूद संतोष ढवले व उनके समर्थकों को खरी खोटी सुनाते हुए वहां से खदेड दिया। उबाठा पदाधिकारियों ने संतोष ढवले पर आरोप लगाया कि चुनाव के दौरान पंजा यानि कांग्रेस के लिए उसने काम किया। इसीलिए उसको पार्टी से निष्कासित किया गया। उसका शिवसेना ठाकरे पार्टी से कोई नाता नहीं होने की बात कही गई।