
चंद्रशेखर बावनकुले (सौजन्य-सोशल मीडिया)
Vani Elections: विधानसभा चुनाव में हुए पराजय का बदला नगर पालिका चुनाव में लेने के लिए भारतीय जनता पार्टी पूरी ताकत झोंक रही है। इसी बीच महाराष्ट्र के राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले द्वारा मतदान से पहले ही “भाजपा को 51% वोट मिलेंगे जैसे सटीक अनुमान ने वणी के राजनीतिक माहौल में जबरदस्त खलबली मचा दी है।
विपक्ष ने इस बयान को लोकतांत्रिक प्रक्रिया का अपमान बताते हुए कहा कि मतदान से पहले ही प्रतिशत बताना चुनाव प्रणाली को खुली चुनौती देना है। 29 नवंबर को शहर के सरकारी मैदान में हुई भाजपा की सभा में बावनकुले ने 51 टक्के मतदान मिलने का दावा किया था। विपक्ष का आरोप है कि यह बयान “सेटिंग राजनीति का खुला प्रदर्शन” है।
लोगों ने भी सवाल उठाया कि मतदान पेटी खुलने से पहले भाजपा को परिणाम की जानकारी कैसे हो सकती है? यदि पहले से ही सब तय है तो चुनाव आयोग की जरूरत क्या है? पिछले विधानसभा चुनाव में शिवसेना के विधायक संजय देरकर ने भाजपा के पूर्व विधायक संजीवरेड्डी बोदकुरवार को भारी मतों से पराजित किया था।
यह भी पढ़ें – 1 करोड़ दो, 11000 वोट दिलवाता हूं..चांदवड में EVM ‘मशीन डील’ की ऑडियो क्लिप वायरल, BJP के वोट फिक्स!
लगभग हर बूथ पर शिवसेना को बढ़त मिली थी, वहीं कांग्रेस, निर्दलीयों को भी अच्छा खासा मताधिक्य प्राप्त हुआ था। ऐसे में नगर पालिका चुनाव में भाजपा को अचानक 51% वोट मिलने का आत्मविश्वास कहां से आ रहा है। इस पर जनता के बीच सवाल गहराते जा रहे हैं।
वणी नगर पालिका चुनाव प्रचार के दौरान राजस्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले द्वारा भाजपा को 51% वोट मिलने का दावा गंभीर सवाल खड़ा करता है। यदि वास्तव में परिणाम में यही आंकड़ा आता है, तो संदेह होना स्वाभाविक है कि नगर पालिका चुनाव कहीं भाजपा द्वारा ‘सेट’ तो नहीं किए गए। ऐसे दावे भविष्य में लोकतंत्र की निष्पक्षता के लिए घातक साबित हो सकते हैं।
– प्रतिभा धानोरकर, सांसद






