पुलिस ने जब्त किए डीजे (सौजन्य-नवभारत)
Yavatmal: यवतमाल जिले के पुसद तहसील के ग्रामीण इलाकों और शहरों में डीजे बजाने पर प्रतिबंध लगाया गया है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश को तहसील के चारों पुलिस थानों के माध्यम से लागू किया जा रहा है। मंडल के अध्यक्ष और पदाधिकारियों ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अवहेलना करते हुए डीजे बजाने का प्रयास किया। डीजे के बिना दुर्गा देवी का विसर्जन नहीं होगा, इस ठोस निर्णय पर मंडल के अध्यक्ष और पदाधिकारी अड़े रहे।
हालांकि इसके बाद पुलिस प्रशासन की ओर से मंडल के पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं को समझाने के बाद शनिवार को मंडलों की तरफ से बैंड बाजे के साथ दुर्गा देवी का विसर्जन शुरु हुआ। सूत्रों के अनुसार, दस दिनों की मेहमाननवाजी के बाद दुर्गा देवी का विसर्जन 4 अक्टूबर को होना था। शहर के दुर्गा मंडल के अध्यक्ष और पदाधिकारियों ने पूरी तैयारी की थी। इसके लिए शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में पुलिस भी तैनात थी।
पुस नदी के किनारे पुसद नगरपालिका द्वारा विभिन्न स्थानों पर लाइट की व्यवस्था भी की गई थी। दुर्गा स्थापना के समय ही पुलिस ने स्पष्ट किया था कि अनुमति दी जा रही है, लेकिन डीजे नहीं बजाया जा सकता। पुलिस द्वारा बार-बार चेतावनी देने के बावजूद ग्रामीण क्षेत्रों में डीजे बजाए जा रहे थे। इसके परिणामस्वरूप शुक्रवार को ग्रामीण क्षेत्रों में विसर्जन मिरवणुक में बज रहे चार डीजे जब्त किए गए।
वहीं शनिवार को भी शहर और ग्रामीण क्षेत्रों से कुल 13 डीजे पुलिस ने जब्त कर शहर के पुलिस थाना में जमा किए थे। दोपहर में राज्यमंत्री इंद्रनील नाइक महाकाली चौक पहुंचे और मंडल के अध्यक्षों और पदाधिकारियों को समझाने का प्रयास किया, विसर्जन करने की विनती की और कहा कि मैं आपके साथ हूं।
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उनके शब्दों को भी मंडल द्वारा मान्यता नहीं दी गई। इसके बाद राज्यमंत्री वहां से चले गए। हालांकि पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा फिर से मंडल के पदाधिकारियों को समझाया गया। इसके बाद वरिष्ठों की बातों को मान्य करते हुए बैंड बाजा और ढोल ताशे की धून में शनिवार की शाम से दुर्गा मंडलों ने देवी का विसर्जन शुरू किया।
शनिवार, 4 अक्टूबर को विसर्जन के समय सुबह 7 बजे से ही महाकाली चौक में मंडल के सभी अध्यक्ष, पदाधिकारी और कार्यकर्ता बड़ी संख्या में उपस्थित थे। पुलिस अधिकारी मंडल के अध्यक्ष और पदाधिकारियों को समझाने के लिए वहां मौजूद रहे और उन्हें नियम व आदेश दिखाए। इसके बावजूद वे डीजे बजाने पर अड़े रहे। इसके बाद अपर जिला पुलिस अधीक्षक अशोक थोरात पुसद में पहुंचे और महाकाली चौक जाकर सभी को समझाया कि आदेश का पालन करें। फिर भी कोई सुनने को तैयार नहीं था।