किसानों का अन्नत्याग आंदोलन
यवतमाल. पिछले तीन दिनों से किसानों की मांग को लेकर स्थानीय आजद मैदान में अन्नत्याग आंदोलन शुरू था, ऐसे में सांसद संजय देशमुख ने मध्यस्थता कर अनशन को स्थगन किया। साथ ही अनशनकर्ताओं के साथ चर्चा करने के लिए गुरूवार 19 सितंबर को बैठक का आयोजन किया गया। सोयाबीन-कपास की कीमतों में बढ़ोतरी, फसल बीमा, भारी बारिश के लिए 100 फीसदी मुआवजा, किसानों की संपूर्ण कर्जमाफी, खेती को जंगली जानवरों से बचाने के लिए मजबूत व्यवस्था सहित किसानों की विभिन्न मांगों को लेकर सचिन मनवार, कृष्णा पुसनके और प्रो. पंढरी पाठे पिछले तीन दिनों से यवतमाल के आजाद मैदान में अनशन कर रहे थे।
इस दौरान अनशन की दखल लेकर जिला प्रशासन के उपविभागीय अधिकारी गोपाल देशपांडे ने मांग के संदर्भ में 19 सितंबर को यवतमाल में बैठक बुलाई है। जिलाधिकारी व संबंधित विभाग के मंत्री, अधिकारी के उपस्थिति होनेवाले बैठक् को किसान व उनके शिष्टमंडल को चर्चा के लिए न्यौता दिया है।
यवतमाल निर्वाचन क्षेत्र के सांसद संजय देशमुख व कांग्रेस नेता माणिकराव ठाकरे ने इस बैठक के लिए मध्यस्थता की। अनशन स्थल पर बालासाहेब मांगुळकर, रवी ढोक, प्रा. दरने, बिपिन चौधरी, ज्ञानेश्वर गायकवाड, राजेंद्र गायकवाड, संतोष ढवले, मोहन इंगले, अनिल गायकवाड, जितेंद्र मोघे, वर्षाताई निकम, शुभम लांडगे, प्रकाश कांबले, प्रशांत कुटे, प्रा. प्रवीण देशमुख उपस्थित थे।
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प्रा. पंढरी पाठे ने कहा कि किसानों के विभिन्न मुद्दों को लेकर आजाद मैदान में अन्न त्याग आंदोलन शुरू किया गया था, जिसे फिलहाल स्थगित कर दिया गया है। अगर 19 सितंबर की बैठक में कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया तो 20 सितंबर से वे आक्रामक तरीके से सड़कों पर उतरेंगे।
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यवतमाल-वाशिम सांसद संजय देशमुख ने कहा कि किसानों की मांगों की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए प्रशासन को तत्काल निर्देश एवं समन्वय कर आंदोलन को सुलझाने में सफल रहा। हमें उम्मीद है कि सरकार किसानों के हक में उचित कार्रवाई करेगी।