मासूमों का अपहरण (सौजन्य-नवभारत)
Kidnapping: यवतमाल जिले के मारेगांव संभाग में खेत में दिहाड़ी मजदूरी का काम करने वाले और खेत में ही रहने वाले मजदूर के तीन बच्चों को बेहतर परवरिश करूंगा और उनको पढ़ाई का झांसा देकर एक परिचित व्यक्ति ही भगाकर ले गया। इस संबंध में मारेगांव पुलिस थाने में शिकायत दर्ज की गई। यह वाक्या 19 सितंबर की शाम में घटित हुआ। इस घटना से परिसर में सनसनी मच गई है।
इस मामले में बोटोनी निवासी बच्चों के सौतेले पिता लक्ष्मण गोमा टेकाम ने 23 सितंबर को मारेगांव पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई। आरोपी देवीदास अम्बादास वावरे (44), निवासी पांढरकवड़ा, हाल मुकाम निशानघाट, जिला आदिलाबाद (तेलंगाना) का अपहृत बच्चों की मां-बाप से परिचय था। शिकायतकर्ता के माता-पिता करीब एक साल पहले काम करने के लिए निशानघाट गए थे, वहीं उनकी पहचान हुई थी।
वर्तमान में शिकायतकर्ता मारेगांव तहसील के वडगांव गांव में मजदूर के तौर पर खेत में रह रहा है। जान पहचान का फायदा उठाकर आरोपी वडगांव आया और शिकायतकर्ता के माता-पिता को मैं तुम्हारे बच्चों की परवरिश करूंगा और पढ़ाई भी कराउंगा की बात कहकर 19 सितंबर की शाम को अनिता (9 वर्ष), शंकर (6 वर्ष) और नानू (3 वर्ष) इन तीनों बच्चों को साथ ले गया।
20 सितंबर को जब बच्चों की खबर लेने के लिए शिकायतकर्ता ने आरोपी को फोन किया तो उसका मोबाइल स्विच ऑफ मिला। कई बार फोन मिलाने पर भी संपर्क नहीं हुआ, इसके बाद शिकायतकर्ता निशानघाट (तेलंगाना) आरोपी के घर पहुंचा तो वहां बच्चे नहीं मिले। यह देख उसके पैरों तले जमीन खिसक गई। तेलंगाना से लौटकर उसने मारेगांव थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने शिकायत के आधार पर आरोपी देविदास वावरे के खिलाफ अपराध क्रमांक 309/2025 के तहत मामला दर्ज कर लिया है और बच्चों की तलाश शुरू कर दी है।
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शिकायत मिलते ही मारेगांव पुलिस का एक दल तेलंगाना भेजा गया है। तेलंगाना पुलिस की मदद से आरोपी और तीन बच्चों की तलाश जारी है, लेकिन अभी तक कोई सुराग नहीं मिला है, ऐसी जानकारी मारेगांव पुलिस ने दी।