हिंगणघाट आंदोलन (सौ. सोशल मीडिया )
Wardha News In Hindi: शहर के संत तुकड़ोजी वार्ड में कलोडे सभागृह के सामने सर्वे क्र 176/2 पर स्थित ओपन स्पेस पर बनी अवैध झुग्गी-झोंपड़ी को हटाने की मांग वर्षों से नागरिक कर रहे हैं। 2012 से प्रशासन के समक्ष यह मांग उठ रही है, पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं होने से स्थानीय जनता में तीव्र रोष व्याप्त है।
जून 2017 और जुलाई 2022 के न्यायालय के आदेश होने के बावजूद प्रशासन ने झुग्गी हटाने का पालन नहीं किया है। अवैध झुग्गी हटाने और झुग्गीधारकों के पुनर्वास की मांग पूरी करने के लिए झोपडपट्टी हटाव संघर्ष समिति व संत तुकड़ोजी वार्ड के नागरिक तहसील कार्यालय के सामने धरने पर बैठे हैं। प्रशासन की उदासीनता के चलते आंदोलनकारियों ने अंततः अन्नत्याग आंदोलन का रास्ता अपनाया है। यह आंदोलन अब सातवें दिन में प्रवेश कर चुका है। जबकि अन्नत्याग आंदोलन का दूसरा दिन है।
नागरिकों का कहना हैं कि जब तक हमारी मांगें मान्य नहीं होंगी, यह अन्नत्याग आंदोलन जारी रहेगा। उपोषण कर रहे लोगों की सेहत को लेकर चिंता व्यक्त करते हुए आंदोलनकारियों ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि अन्नत्याग के दौरान यदि किसी उपोषणकर्ता को कोई नुकसान हुआ तो उसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी शासन एवं प्रशासन की होगी।
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संघर्ष समिति ने आगे कहा है कि यदि प्रशासन त्वरित कार्रवाई नहीं करता है तो सभी दलों के नेता, सामाजिक संगठन और नागरिक सड़कों पर उतरकर तीव्र आंदोलन करेंगे।आंदोलन को राकां एसपी के अतुल वांदिले, अनिल जवादे, मोहम्मद रफिक, राष्ट्रीय कांग्रेस किसान सेल के जिलाध्यक्ष प्रवीण उपासे, शिवसेना यूबीटी के उपजिला प्रमुख सतीश धोबे सहित अनेक सामाजिक एवं राजनीतिक नेताओं के समर्थन दिया है।