वर्धा. मंगल कार्यालयों में शादी कराना अब समाज में एक प्रतिष्ठा का विषय बन गया है. परंतु मंगल कार्यालयों की अवैध पार्किंग नागरिकों के लिए आफत साबित हो रही है. क्योंकि मंगल कार्यालय में पार्किंग की व्यवस्था नहीं रहने से वाहन सीधे-सीधे रास्ते पर खड़े कर दिए जाते हैं. इससे नागरिकों को आवागमन करना मुश्किल हो गया है. फिलहाल शादी समारोह के दिन होने से समस्या से हर रोज नागरिकों को जूझना पड़ रहा है.
आजकल सबकुछ पैकेज में तय होता है. फिर विवाह समारोह इससे अलग कैसे हो सकता है. इवेंट मैनेजमेंट करनेवाली कंपनी तथा मंगल कार्यालय विवाह के लिए आवश्यक पैकेज उपलब्ध कराने से मंगल कार्यालयों में ही विवाह कराने का चलन बढ़ गया है. किसी तरह का टेंशन नहीं होने से मंगल कार्यालय अच्छा विकल्प साबित हो रहा है. परंतु मंगल कार्यालयों के कारण कुछ समस्या भी है, जिसमें सबसे बड़ी समस्या पार्किंग की है, जो अब गंभीर बनी हुई है.
शहर के अधिकतर मंगल कार्यालयों में पार्किंग की व्यवस्था नहीं है. इसमें मुख्य मार्ग स्थित शांति भवन, वर्धा-आर्वी मार्ग स्थित शिव पार्वती सभागृह, बैचलर रोड स्थित शिव वैभव सभागृह, दि ग्रांड हैरिटेज, शीतल मंगल कार्यालय, सत्तू शेठ वाड़ा, दाते सभागृह, विट्ठल रूक्मिणी, आकरे, धूनीवाले सभागृह, विद्यादीप सहित अन्य मंगल कार्यालयों में पार्किंग व्यवस्था नहीं है. कार्यक्रमों के लिए आनेवाले लोग सीधे-सीधे वाहन रास्तों पर ही खड़े कर देते हैं. टू वीलर, फोर वीलर वाहन रास्ते पर ही अस्त-व्यस्त खड़े रहने से मार्ग से दौड़नेवाले अन्य वाहनों को आवागमन के लिए जगह ही नहीं बचती, जिससे शहर में यातायात प्रभावित हो रही है.
मंगल कार्यालयों की मनमानी के कारण आम नागरिकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. पार्किंग व्यवस्था के अभाव में मंगल कार्यालयों में आनेवाले लोग वाहन रास्ते पर खड़े कर देते हैं. इससे अन्य वाहनों को निकलने में काफी परेशानी होती है. बारात रास्ते पर होती है तो बारातियों का नाच-गाना, वाहनों की भीड़ से उस रास्ते से चलना तक मुश्किल होता है. यह समस्या शहर के हर एक मंगल कार्यालय के सामने होती है. इसके बावजूद यातायात विभाग तथा नप प्रशासन मूकदर्शन बना हुआ है.
शहर के मंगल कार्यालयों के बाहर पार्किंग की सुविधा होना आवश्यक है. इसके बावजूद भी नगर परिषद द्वारा इस ओर अनदेखी की जाती है. परिणामस्वरूप हॉल मालक किसी तरह का ध्यान नहीं देते. यहां तक की यातायात विभाग भी नजरअंदाज कर रहा है. इससे बेखौफ होकर अवैध रूप से रास्ते पर ही पार्किंग की जाती है, जिससे मार्ग पर यातायात प्रभावित हो रहा है.
मंगल कार्यालयों के सामने रखे वाहनों की वजह आधे मार्ग पर अतिक्रमण रहता है़ जिसमें टू वीलर, फोर वीलर वाहनों का समावेश होता है. मार्ग पर इन वाहनों की पार्किंग से मार्ग से गुजरनेवाले अन्य वाहनों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. कई बार ट्राफिक जाम की समस्या से भी गुजरना पड़ता है. ऐसे में दुर्घटना होने का भी डर लगा रहता है.