1,140 मूर्तियों का शांतिपूर्ण विसर्जन (सौजन्यः सोशल मीडिया)
Wardha News: शारदीय नवरात्रि उत्सव जिले में पूरे उत्साह और भक्तिमय वातावरण के बीच संपन्न हुआ। 22 सितंबर से शुरू हुए इस पावन पर्व के दौरान शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में कुल 1,145 स्थानों पर दुर्गा एवं शारदा प्रतिमाओं की स्थापना की गई थी। नौ दिनों तक विविध धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन हुआ। अष्टमी के दिन यानी 30 सितंबर को श्रद्धालुओं ने हवन, पूजन और भजन-कीर्तन के साथ मां की आराधना की।
इसके पश्चात 1 अक्टूबर को वर्धा शहर में एक साथ अधिकांश दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन हुआ। ढोल-ताशों की गूंज, भजन मंडलियों की प्रस्तुति और आकर्षक झांकियों के साथ निकली विसर्जन रैली में श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ पड़ा। इस बीच तीन दिनों में 1,140 प्रतिमाओं का विसर्जन गुरुवार को 75 प्रतिमाएं और शुक्रवार को सर्वाधिक लगभग 1065 प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया़ इस प्रकार तीन दिनों में कुल 1,140 दुर्गा एवं शारदा प्रतिमाओं का शांतिपूर्ण ढंग से विसर्जन हुआ़। पवनार के धाम नदी पात्र में रात से लेकर सुबह तक यह प्रक्रिया जारी रही़।
विसर्जन को शांतिपूर्ण और सुव्यवस्थित ढंग से संपन्न कराने के लिए जिले के सभी 19 थाना क्षेत्रों में पुलिस का तगड़ा बंदोबस्त किया गया था़। कहीं भी किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली, जिससे प्रशासन की तैयारी की सराहना की गई़। वर्धा सहित आर्वी, कारंजा, हिंगनघाट, समुद्रपुर, देवली, आष्टी और सेलू तहसीलों में भी शहरी व ग्रामीण अंचलों में शुक्रवार को पूरे दिन मां दुर्गा के जयकारे गूंजते रहे। भक्तों ने नम आंखों से मां को विदाई दी और अगले वर्ष पुनः आने का आग्रह किया गया।
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शुक्रवार की रात प्रमुख मार्गों पर विभिन्न सामाजिक संगठनों एवं दुर्गा मंडलों की ओर से लंगर और भंडारों का आयोजन किया गया़। श्रद्धालुओं ने महाप्रसाद का भरपूर लाभ उठाया़। अनेक स्थानों पर दुर्गा मंडलों का पुष्पवर्षा के साथ स्वागत किया गया़।
राज्य के पालकमंत्री डॉ। पंकज भोयर ने विभिन्न दुर्गा पंडालों में पहुंचकर मां की आरती की और आयोजन समितियों की सराहना की़ कासारखेडा स्थित नवयुवक दुर्गा पूजा उत्सव समिति द्वारा धाम नदी में प्रतिमा विसर्जन किया गया, जहां जयकारों से वातावरण गूंज उठा।