जिला अस्पताल के रास्ते में कबाड़ के दुकान (फोटो नवभारत)
Wardha Encroachment News: वर्धा जिला अस्पताल के सटे मार्ग पर कबाड़ व्यवसायियों द्वारा दोनों छोर से अतिक्रमण किए जाने से स्थानीय नागरिक और अस्पताल आने वाले मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कबाड़ जलाने से निकलने वाला धुआं पूरे परिसर में फैलता है, जिससे अस्पताल के मरीज और उनके परिजन स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों से जूझ रहे हैं।
स्थानीय निवासी रामकृष्ण पाटील ने कहा कि यह सड़क अस्पताल आने-जाने के लिए मुख्य मार्ग है। लेकिन कबाड़ व्यवसायियों द्वारा अतिक्रमण और कचरा जलाने के कारण मरीजों को सांस लेने में तकलीफ हो रही है। प्रशासन को तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए।
वर्धा जिला अस्पताल के सामने प्रतिदिन सैंकड़ों मरीज आते हैं। सड़क मार्ग के दोनों छोर पर कबाड़ रखे जाने के कारण आवागमन प्रभावित हो रहा है। यह मार्ग डॉ. जाकीर हुसैन कॉलोनी और आनंदनगर की ओर जाता है। साथ ही जिला शिक्षा प्रशिक्षण संस्थान और महिला अस्पताल का मुख्य मार्ग भी यही है।
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स्थानीय दुकानदारों ने बताया कि कचरे से उठता धुआं न केवल स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है, बल्कि आसपास की दुकानों और परिसर की साफ-सफाई पर भी नकारात्मक असर डाल रहा है।
सेवाग्राम विकास योजना के तहत अस्पताल के सामने नेताजी सुभाषचंद्र बोस की प्रतिमा का सौंदर्यीकरण किया गया था। लेकिन अतिक्रमण और कचरा जलाने की वजह से परिसर का सौंदर्य नष्ट हो रहा है। कुछ ही महीने पूर्व इस मार्ग से अतिक्रमण हटाया गया था, लेकिन समस्या जल्द ही पुनः सामने आ गई।
प्रशासन का कहना है कि मार्ग को नियमित रूप से निरीक्षण किया जाएगा और कबाड़ व्यवसायियों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की जाएगी। वहीं नागरिकों की मांग है कि अस्पताल परिसर और आसपास के मार्ग को साफ-सुथरा और सुरक्षित बनाया जाए ताकि मरीजों और आम लोगों को कोई परेशानी न हो।