अतिवृष्टि का कहर, किसानों की परेशानी बढ़ी (सौजन्यः सोशल मीडिया)
Wardha News: इस वर्ष जून और जुलाई माह में वर्धा जिले में सामान्य से कम वर्षा दर्ज की गई, लेकिन जब भी बारिश हुई, तब उसने विकराल रूप धारण किया, जिससे जिले में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई। इस अतिवृष्टि के कारण किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। प्रशासन ने इस प्राकृतिक आपदा से प्रभावित किसानों को राहत पहुंचाने के लिए सरकार से 4 करोड़ 21 लाख 80 हजार 335 रुपये की सहायता की मांग की है।
जून के शुरूआती सफ्ताहों में वर्षा ने किसानों को तरसा दिया, लेकिन महीने के अंतिम सप्ताह में भारी बारिश हुई। इस कारण कुछ क्षेत्रों में अतिवृष्टि की स्थिति बनी। जून में 485।08 हेक्टेयर फसलों का नुकसान हुआ है़। इसकी राहत के लिए 41 लाख 44 हजार 700 रुपये की मांग की गई़ वर्धा तहसील में 8।5 हेक्टेयर कृषि भूमि बाढ़ के पानी में बह गई, इसके लिए 1 लाख 65 हजार 200 रुपये की सहायता की मांग है़।
जुलाई माह में भी भारी बारिश, फसलों और जमीन को भारी क्षति हुई़ इसमें 2224।91 हेक्टेयर फसलें बर्बाद हुई़ सहायता के लिए 1 करोड़ 89 लाख 21 हजार 335 रुपये की मांग है़ 148।01 हेक्टेयर भूमि बाढ़ में बह गई, उसके लिए 69 लाख 49 हजार 100 रुपये की सहायता मांगी गई है़। इसके अलावा आर्वी, आष्टी और कारंजा तहसीलों में संत्रा और मोसंबी की फसलों को भारी नुकसान हुआ। 5506 हेक्टेयर क्षेत्र में संत्रा व मोसंबी की फसलें नष्ट हुई़ प्रभावित किसानों के लिए 12 करोड़ रुपये से अधिक की सहायता राशि की मांग है़
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प्रशासन द्वारा किए गए सर्वेक्षण में पाया गया कि जून-जुलाई माह में 3 तहसीलों की कृषि भूमि बाढ़ में बह गई। इसमें वर्धा तहसील 8।5 हेक्टेयर, कारंजा 147।7 हेक्टेयर व हिंगनघाट 0।4 हेक्टेयर दर्ज की गई़ इस जमीन के बह जाने से प्रभावित किसानों पर गंभीर आर्थिक संकट आ खड़ा हुआ है। प्रशासन ने सभी नुकसान का ब्यौरा शासन को भेज दिया है और शीघ्र ही सहायता मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।
तहसील | जून | जुलाई |
---|---|---|
वर्धा | 43.45 | 275.51 |
सेलू | 00.7 | 00 |
देवळी | 198.85 | 199.15 |
आर्वी | 00 | 412.49 |
आष्टी | 00 | 00 |
कारंजा | 00 | 00 |
हिंगनघाट | 242.08 | 1327.76 |
समुद्रपुर | 00 | 7.0 |