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मुंबई: महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) ने केंद्र और राज्य की बीजेपी सरकार (BJP Govt.) पर करारा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि आज स्थिति ऐसी है कि किसी को जेल (Jail) में जाने से बचना है तो उसे बीजेपी (BJP) में जाना होगा। उद्धव ठाकरे ने कहा कि आज जिस तरह से जांच एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है। लोकतंत्र के तीन स्तंभ ढह गए हैं। ऐसे में अब केवल न्यायपालिका और सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) की उम्मीद बची है कि न्याय का चीरहरण नहीं होगा। पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे विधान भवन परिसर में पत्रकारों से बात कर रहे थे।
उद्धव ठाकरे ने बीजेपी के उस आरोप का भी जोरदार जवाब दिया, जिसमें कहा गया है कि शिवसेना ने हिंदुत्व को छोड़ दिया है। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने जब रथयात्रा शुरू की थी तो उनके पास सिर्फ दो सांसद थे। इसके बावजूद शिवसेना ने बीजेपी का समर्थन किया था। वहीं जब सरकार के गठन की बात आई तो बीजेपी की बाकी सहयोगी दलों ने धर्मनिरपेक्षता के नाम पर बतौर पीएम फेस लालकृष्ण आडवाणी का विरोध किया था। इसके बाद अटल बिहारी वाजपेयी प्रधानमंत्री बने। अब बीजेपी को बनाना चाहिए कि हिंदुत्व का साथ किसने छोड़ा। उद्धव ठाकरे ने बीजेपी द्वारा जम्मू-कश्मीर में महबूबा मुफ़्ती के साथ सरकार बनाने पर भी खिंचाई की।
उद्धव ठाकरे ने शिंदे-फडणवीस सरकार द्वारा पेश किए गए ‘पंचामृत बजट’ को लेकर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार कहती है कि वह आम लोगों के हितों को लेकर फैसला ले रही है। फिर नासिक से किसानों का मार्च मुंबई क्यों आ रहा है। 18 लाख सरकारी कर्मचारी पुरानी पेंशन योजना को लेकर हड़ताल पर क्यों चले गए हैं।
उद्धव ने तंज कसते हुए कहा कि शिंदे-फडणवीस सरकार के पीछे दिल्ली में ताकतवर लोग बैठे हैं। फिर इस ओपीएस को लागू करने में क्या दिक्कत आ रही है। उन्होंने कहा कि यह दुखद है कि किसानों को अपनी बात कहने के लिए कड़ी धूप का सामना करते हुए मुंबई आना पड़ रहा है। उद्धव ठाकरे ने कहा कि आदित्य ठाकरे ने किसानों से मुलाकात की है, लेकिन अब तक राज्य सरकार की तरफ से कोई भी मंत्री किसानों से बात करने नहीं गया है। पूर्व सीएम ने किसानों और कर्मचारियों की मांग का समर्थन किया है।