प्रतीकात्मक तस्वीर
ठाणे : वीजीएन ज्वैलर्स (VGN Jewellers) मामले में वांछित आरोपी मैनेजर लीना पीटर को ठाणे आपराधिक जांच विभाग (Thane Criminal Investigation Department) के आर्थिक आपराधिक जांच विभाग ने गिरफ्तार किया है। उक्त कंपनी पर कम समय में 14 हजार 340 निवेशकों से 298 करोड़ 96 लाख 92 हजार 264 रुपये की ठगी करने के आरोप है। यह जानकारी पुलिस उपायुक्त सुनील लोखंडे ने दी। पुण्य गोपालन नायर और वत्सला नायर ने लोगों को सोने और अन्य योजनाओं के साथ लुभाने के लिए वीजीएन ज्वैलर्स नामक एक वित्तीय संस्थान शुरू किया। दुकानें मुंबई के कल्याण, डोंबिवली पूर्व, उल्हासनगर और मुलुंड में स्थित थीं।
मुख्य सूत्रधार और आरोपी विरिथ गोपालन नायर ने वर्ष 2006 से फरवरी 2021 तक दुकान पर आने वाले ग्राहक अगर 24 महीने के लिए 500 रुपये प्रति माह निवेश करते हैं, तो उन्हें 12,000 रुपये या इतनी ही मात्रा में सोना के बदले 14,000 रुपये मिलेंगे। साथ ही, यदि आप एक से पांच साल की सावधि जमा में निवेश करते हैं, तो आपको 155 प्रतिशत प्रति वर्ष की ब्याज दर की पेशकश की जाएगी। नए निवेशकों का पैसा पुराने निवेशकों को ब्याज के रूप में लौटा दिया गया। हालांकि, धोखाधड़ी का एक मामला रुपये की राशि है। पुलिस ने जनता से अपील की है की सोने की दुकानों से सोने में निवेश योजनाओं के साथ-साथ अन्य योजनाएं निवेशकों को अत्यधिक रिटर्न और निवेश के भ्रामक लालच से धोखा दे सकती हैं। नागरिकों को इस तरह के किसी भी प्रलोभन का शिकार नहीं होना चाहिए। उन्होंने वीजीएन ज्वैलर्स के निवेशकों से ठाणे पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा से संपर्क करने की भी अपील की।
मुख्य सूत्रधार की गिरफ्तारी से पहले वीजीएन ज्वैलर्स के मालिक विरिथ गोपालन को 5 अक्टूबर 2021 को और उनके बेटे गोविंद गोपालन को 2 दिसंबर 2021 को गिरफ्तार किया गया था। अब 7 मार्च, 2022 को वांटेड वीजीएन ज्वैलर्स की मैनेजर लीना पीटर को आर्थिक अपराध शाखा ने गिरफ्तार कर लिया गया। उसे 11 मार्च तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। अपराध शाखा के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त अशोक मोराले और उपायुक्त सुनील लोखंडे के मार्गदर्शन में पुलिस निरीक्षक प्रशांत सावंत और सहायक पुलिस निरीक्षक विक्रम कोली की एक टीम ने कार्य को अंजाम दिया।
आपको बतादें कि 14,340 निवेशकों से 298.96 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की गई है। आरोपियों ने आठ बैंकों के 28 बैंक खाते फ्रीज कर दिए हैं, जिनमें से 24 लाख 18 हजार 503 को फ्रीज कर दिया गया है। साथ ही 46 करोड़ रुपये की पांच अचल संपत्तियां भी जब्त की गई हैं। शेयर बाजार में निवेश करने से विरिथ गोपालन को 42 करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान हुआ है।