सीएसएमटी स्टेशन (सौ. सोशल मीडिया )
Mumbra Train Accident: ठाणे के मुंब्रा में जून के रेल हादसे के बाद दो मध्य रेलवे के इंजीनियरों पर, लापरवाही का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज की गई थी।
इस केस की प्राथमिकी को रद्द करने को लेकर रेल कर्मचारियों ने कथित तौर पर छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (सीएसएमटी) स्टेशन पर अवैध तरीके से आंदोलन किया था।
लेकिन इस आंदोलन ने न सिर्फ सवालों के घेरे में आकर विवाद खड़ा कर दिया, बल्कि दोनों आरोपी इंजीनियरों की मुश्किलें भी बढ़ा दी हैं। इस स्थिति पर प्रसिद्ध मुहावरा इसिर मुढ़ाते ही ओले पड़ेश पूरी तरह सटीक बैठता है।
क्योंकि आंदोलन का मुख्य मकसद दोनों आरोपियों पर दर्ज प्राथमिकी को अवैध बताते हुए उसे रद्द करवाना था। लेकिन आंदोलन के दौरान एक लड़की सहित दो यात्रियों की मौत हो गई और तीन अन्य घायल होने से इनकी मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं।
आरोपी इंजीनियरों पर हो सकती है एक और FIR
जीआरपी के विश्वसनीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, उन दो आरोपी इंजीनियरों के साथ-साथ आंदोलनकारियों के खिलाफ भी जांच के बाद दूसरी एफआईआर दर्ज की जा सकती है। इसके लिए रेलवे पुलिस ने अपनी जांच तेज कर दी है।
गवर्नमेंट रेलवे पुलिस (जीआरपी) की ठाणे यूनिट द्वारा दर्ज की गई शिकायत में कहा गया है कि सहायक मंडल इंजीनियर विशाल डोलास और वरिष्ठ सेक्शन इंजीनियर समर यादव की लापरवाही से मुंब्रा में हादसा हुआ था। जिसमें एक जीआरपी कांस्टेबल सहित 5 यात्रियों की मौत हुई थी।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि घटनास्थल का पंचनामा किया गया है। जहां आंदोलन हुआ था, वहां के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। आंदोलनकारियों ने प्रदर्शन करने के लिए परमिशन लिया था या नहीं, इसकी भी जांच की जा रही है।
क्योंकि पीक ऑवर्स के समय रेलवे स्टेशन (मोटर मैन लॉबी) के सामने आंदोलन करने से ट्रेन संचालन में देरी से यात्री पैनिक हो गए थे, जिन्हें समय पर अपनी मंजिल पर पहुंचना था। घटनास्थल के गवाहों और चायली के बयान दर्ज करने के बाद जल्द एफआईआर दर्ज की जाएगी।
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