MBVV पुलिस आयुक्तालय को मिला फॉरेंसिक वैन
Maharashtra News: मीरा-भाईंदर, वसई-विरार पुलिस आयुक्तालय (MBVV) को मोबाइल फॉरेंसिक वैन की सुविधा उपलब्ध हो गई है। इसे अपराध की जाँच प्रक्रिया में और अधिक वैज्ञानिक एवं पारदर्शी बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बताया जा रहा है। पुलिस उपायुक्त (अपराध) संदीप डोईफोडे ने जानकारी दी है कि इस वैन का इस्तेमाल अपराध स्थलों से साक्ष्य संकलन और वैज्ञानिक जाँच के लिए किया जाएगा।
वर्तमान में आयुक्तालय के ज़ोन 1 में एक फॉरेंसिक वैन उपलब्ध कराई गई है। आने वाले दिनों में ज़ोन 2 और ज़ोन 3 को भी ऐसी ही वैन उपलब्ध होंगी। इससे आयुक्तालय की सीमा में आने वाले वसई-विरार और मीरा-भाईंदर क्षेत्र में किसी भी गंभीर अपराध की स्थिति में तुरंत फॉरेंसिक जाँच सुनिश्चित की जा सकेगी। इस वैन में 4 विशेषज्ञ कर्मचारियों की नियुक्ति की गई है, जिनमें से दो-दो कर्मचारी 12-12 घंटे की शिफ्ट में कार्यरत रहेंगे। इससे वैन चौबीसों घंटे उपलब्ध रह सकेगी और किसी भी आपात स्थिति में अपराध स्थल तक पहुँच सकेगी।
मोबाइल फॉरेंसिक वैन को अत्याधुनिक उपकरणों और सामग्रियों से सुसज्जित किया गया है। इसमें अपराध स्थल को चिह्नित करने के लिए टेप और मार्कर, साक्ष्य एकत्रित करने के लिए पैकेजिंग सामग्री, डीएनए किट तथा अन्य वैज्ञानिक जाँच उपकरण उपलब्ध हैं। इसके माध्यम से घटनास्थल से सीधे सटीक साक्ष्य संकलित कर उन्हें संरक्षित किया जा सकेगा। विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम अपराध की रोकथाम और अपराधियों को सज़ा दिलाने की प्रक्रिया को और अधिक प्रभावी बनाएगा।
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संदीप डोईफोड़े, DCP (क्राईम) MBVV पुलिस आयुक्तालय ने कहा कि हाल ही में लागू हुए नए कानून के अनुसार, जिन अपराधों में 7 साल से अधिक की सजा का प्रावधान है, उनमें घटनास्थल का पंचनामा करना अनिवार्य कर दिया गया है। ऐसे मामलों में मोबाइल फॉरेंसिक वैन की भूमिका बेहद अहम साबित होगी। इस पहल से न केवल जाँच की गुणवत्ता में सुधार होगा, बल्कि अदालत में ठोस साक्ष्य प्रस्तुत करने में भी मदद मिलेगी –