कॉन्सेप्ट फोटो (सोर्स: सोशल मीडिया)
ठाणे: ठाणे पुलिस ने साइबर धोखाधड़ी के एक मामले की जांच करते हुए उत्तर प्रदेश में अवैध कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया। ठाणे पुलिस एक महिला द्वारा दर्ज साइबर ठगी के मामले की जांच कर रही थी। इस दौरान जांच का दायरा बढ़ता गया और उत्तर प्रदेश में चल रहे अवैध कॉल सेंटर तक पहुंच गया।
ठाणे पुलिस ने उत्तर प्रदेश में अवैध कॉल सेंटर का भंडाफोड़ करते हुए लखनऊ-बाराबंकी राजमार्ग पर कार का पीछा करने के बाद मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने संदिग्ध के पास से 9 लैपटॉप, राउटर और मोबाइल फोन बरामद किए। संदिग्ध को मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया। जहां से उसे 22 जनवरी तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है।
जोन-प्रथम के पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) सुभाष बरसे ने बताया कि ठाणे जिले की मुंब्रा निवासी एक महिला ने पिछले साल अक्टूबर में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। शिकायत में कहा गया था कि एक व्यक्ति ने शादी से संबंधित वेबसाइट के जरिए उससे 13.54 लाख रुपये ठग लिए।
डीसीपी बरसे ने बताया कि ‘‘उस व्यक्ति ने एक फर्जी प्रोफाइल बनाई और खुद को अमेरिका में रहने वाला हीरे एवं आभूषण का एक सफल व्यापारी बताया। समय के साथ उसने पीड़िता का विश्वास जीत लिया और एक दुर्घटना के बहाने से इमरजेंसी रुपए देने समेत अन्य बहानों से बड़ी रकम देने के लिए पीड़िता को राजी कर लिया था।”
डिजिटल जानकारी के जरिए पुलिस भोपाल के 24 वर्षीय सैलून संचालक जैद फुल खान तक पहुंची। उसने लखनऊ के व्यवसायी एजाज अहमद इम्तियाज अहमद नाम के कथित मास्टरमाइंड के बारे में सारी बातें बताईं। पुलिस अधिकारी ने बताया कि 12 वर्षीय चाय के एक विक्रेता से मिली सूचना के आधार पर पुलिस ने अवैध कॉल सेंटर का पता लगाया।
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जब संदिग्ध को पुलिस की मौजूदगी का आभास हुआ, तो उसने अपनी एसयूवी गाड़ी से भागने का प्रयास किया, जिसके बाद लखनऊ-बाराबंकी राजमार्ग पर पुलिस ने उसका पीछा किया। 6 किलोमीटर तक पीछा करने के बाद पुलिस ने उसे पकड़ लिया और उसका वाहन जब्त कर लिया।