
सोलापुर में शिक्षकों का बड़ा मार्च (सौजन्यः सोशल मीडिया)
Solapur Collector Office March: शुक्रवार को हज़ारों शिक्षकों ने टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट (TET) अनिवार्य करने, नए सेट की मंजूरी और अन्य लंबित मुद्दों के समाधान की मांग को लेकर स्कूलों में तालाबंदी करते हुए जिला कलेक्टर कार्यालय के सामने जोरदार मार्च निकाला। इस आंदोलन में जिले के सभी प्राइमरी और सेकेंडरी शिक्षक संगठन शामिल थे।
सभी संगठनों ने दोपहर करीब 2 बजे चार पुतला से मार्च शुरू किया। मार्च पार्क चौक और सिद्धेश्वर प्रशाला होते हुए छत्रपति शिवाजी महाराज गेट तक पहुंचा, जहां यह सभा में बदल गया। इस दौरान विभिन्न शिक्षक संगठनों के अध्यक्षों ने मांग की कि TET की अनिवार्यता समाप्त की जाए, दबावपूर्ण SET मान्यता को वापस लिया जाए और शिक्षकों से गैर-शैक्षणिक कार्य बंद किए जाएं।
प्रमोशन प्रक्रिया में रुकावट और कॉन्ट्रैक्ट आधारित भर्ती नीति ने राज्य के शिक्षा क्षेत्र में असंतोष बढ़ा दिया है। शिक्षकों ने लंबित मुद्दों का तत्काल समाधान करने की अपील की। आंदोलन में महाराष्ट्र स्टेट प्राइमरी टीचर्स कमिटी, टीचर्स यूनियन (थोराट ग्रुप), ओल्ड पेंशन ऑर्गनाइजेशन, ग्रेजुएट एवं सेंट्रल हेड टीचर्स सभा, टीचर्स भारती, बैकवर्ड क्लास टीचर्स एसोसिएशन, कास्ट-ट्राइब टीचर्स एसोसिएशन, सेकेंडरी टीचर फेडरेशन (TDF), प्रिंसिपल एसोसिएशन, टीचर्स एक्शन कमिटी, ऑल इंडिया नेशनल टीचर्स फेडरेशन, एकनाथ स्वाभिमानी टीचर्स सेना समेत कई संगठन शामिल हुए।
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सभी शिक्षक संगठनों के संयुक्त आंदोलन के कारण जिले में अधिकांश स्कूल बंद रहे, जिससे छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हुई। आंदोलन स्थल पर पूर्व शिक्षक MLA दत्तात्रेय सावंत, सुभाष माने, तानाजी माने, सुरेश पवार, अनिरुद्ध पवार, राम शिंदे, नवनाथ गेंड, बापूसाहेब अडसुल, सचिन झाबुके, मच्छिंद्र मोरे, कृष्णा हीरेमठ, गिरीश जाधव, सुरेश राठौड़, शामराव जवांजल, सुधीर कांबले, श्रीशैल कोरे, मच्छिंद्र भांडेकर सहित कई शिक्षक उपस्थित थे।






