एक सितंबर को मुंबई में मार्च निकालेगा MVA (फाइल फोटो )
मुंबई: महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग जिले में दो दिन पहले छत्रपति शिवाजी महाराज की 35 फुट ऊंची प्रतिमा गिरी थी, जिसके बाद से राज्य की राजनीति गरमाई हुई है। विपक्षी दलों ने राज्य सरकार की आलोचना की और काम की गुणवत्ता पर सवाल उठाए। साथ ही सत्ताधीश शिंदे सरकार की इस्तीफे की मांग कर रहा है। इस बीच शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे ने बुधवार को एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि महायुति सरकार में भ्रष्टाचार चरम पर है। उन्होंने कहा कि यह दावा करना बेशर्मी की पराकाष्ठा है कि मालवण किले में शिवाजी महाराज की प्रतिमा हवा के कारण गिरी।
जानकारी के लिए बता दें कि सिंधुदुर्ग की मालवण तहसील में राजकोट किले में 17वीं सदी के मराठा साम्राज्य के संस्थापक की 35 फुट ऊंची प्रतिमा सोमवार को अपराह्न करीब एक बजे गिर गई थी। पिछले साल चार दिसंबर को इस प्रतिमा का अनावरण प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा किया गया था।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एसपी) अध्यक्ष शरद पवार और कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के प्रमुख नाना पटोले की मौजूदगी में यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए उद्धव ठाकरे ने महाराष्ट्र के मंत्री दीपक केसरकर के उस बयान की आलोचना की है जिसमें उन्होंने कहा था कि शिवाजी महाराज की प्रतिमा के गिरने से कुछ अच्छा हो सकता है।
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पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि शिवाजी महाराज की प्रतिमा गिरने की घटना के विरोध में महाविकास आघाडी एक सितंबर को मुंबई में मार्च निकालेगा। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार के खिलाफ विरोध दर्ज कराने के लिए महा विकास आघाडी (एमवीए) एक सितंबर को दक्षिण मुंबई में हुतात्मा चौक से गेटवे ऑफ इंडिया तक मार्च निकालेगी। उन्होंने कहा, ‘‘शिवाजी महाराज की प्रतिमा गिरने के खिलाफ मालवण में आज एमवीए के मोर्चे में बाधा डालने वाले योद्धा सम्राट के साथ विश्वासघात कर रहे हैं।”
वह शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के कार्यकर्ताओं और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसद नारायण राणे के बीच हुई झड़प का जिक्र कर रहे थे। यह झड़प उस समय हुई जब एमवीए का प्रतिनिधिमंडल राजकोट किले में गया था।
आपको बता दें कि महाविकास अघाड़ी का प्रतिनिधिमंडल राजकोट किले का दौरा करने गया था। इस दौरान बीजेपी के नेता नारायण राणे और नितेश राणे भी वहां पर आए। वहीं, शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के पार्टी कार्यकर्ताओं और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता नारायण राणे के समर्थकों के बीच बुधवार को उस समय झड़प हो गई।