केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले (सोर्स: सोशल मीडिया)
छत्रपति संभाजीनगर: बीड में पवन चक्कियां स्थापित करने वाली एक ऊर्जा कंपनी से जबरन वसूली का विरोध करने वाले देशमुख का 9 दिसंबर को अपहरण कर लिया गया और उन्हें कठोर यातनाएं दी गईं, जिससे उनकी मौत हो गई। मामले में अब तक कई लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इस मामले को लेकर महाराष्ट्र की सियासत गर्म है। इस बीच केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले भी राज्य सरकार पर हमलावर दिख रहे हैं।
केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने सोमवार को कहा कि बीड जिले के मसाजोग गांव के सरपंच संतोष देशमुख की हत्या और उससे जुड़े जबरन वसूली के मामले में सिर्फ आरोपियों की संपत्ति कुर्क करना ही काफी नहीं है। देशमुख के परिजनों से मिलने के बाद आठवले ने कहा कि मामले में शामिल आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाना चाहिए।
हालांकि, देशमुख की हत्या से जुड़े जबरन वसूली के मामले में आरोपी वाल्मीक कराड को लेकर सियासी खींचतान शुरू हो गई है, जिसे परली से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी विधायक और राज्य सरकार में मंत्री धनंजय मुंडे का करीबी सहयोगी माना जाता है।
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मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने 28 दिसंबर को राज्य पुलिस के अपराध जांच विभाग (CID) से संतोष देशमुख हत्याकांड के आरोपियों की संपत्तियां कुर्क करने को कहा था।
केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री आठवले ने कहा कि “सिर्फ संपत्ति कुर्क करने से काम नहीं चलेगा। दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाना चाहिए। मामला गंभीर है और पुलिस को किसी भी तरह के दबाव में काम नहीं करना चाहिए।”
मामले को सुलझाने और फरार आरोपियों की गिरफ्तारी में देरी का हवाला देते हुए आठवले ने कहा कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने विधानसभा को तीव्र जांच का भरोसा दिलाया था, ऐसे में यह स्वीकार्य नहीं है।
केंद्रीय मंत्री ने दावा किया कि जब ऊर्जा कंपनी के सुरक्षा गार्ड अशोक सोनावणे ने मारपीट का आरोप लगाते हुए पुलिस से संपर्क किया था, तब पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की होती, तो देशमुख की हत्या रोकी जा सकती थी।आठवले ने कहा कि देशमुख के परिजनों को जल्द से जल्द न्याय दिलाने के लिए वह सीएम फडणवीस से मुलाकात करेंगे।
(एजेंसी इनपुट के साथ)