संजय राउत ने सुप्रीया सुले की आलोचना(photo credit; social media)
पुणे: महाविकास अघाड़ी में अब कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है। सांसद संजय राउत ने गुरुवार को सांसद सुप्रिया सुले पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि कुछ लोग भाजपा में जाने के सिए उत्सुक है। लेकिन कोई भी सिर्फ प्यास लगने पर सीवर का पानी नहीं पीता। संजय राउत ने इस तीखी टिप्पणी से कई सवाल खड़े हो रहे है।
बता दें कि इसस पहले राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) प्रमुख शरद पवार ने कुछ दिन पहले एक अखबार को दिए इंटरव्यू में बयान दिया थाउपमुख्यमंत्री अजित पवार के साथ जाने का निर्णय सांसद सुप्रिया सुले को लेना चाहिए। उनके इस बयान के बाद दोनों राष्ट्रवादियों के एक साथ आने की चर्चाएं तेज हो गईं। लेकिन शरद पवार की पार्टी ने इस खबर का खंडन किया। फिर भी, इस विषय पर चर्चाएं फिर से तेज होने लगी हैं। इसके कारण अब महाविकास अघाड़ी में उथल पुथल देखने को मिल रही है।
शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे की पार्टी के सांसद संजय राउत ने आज सांसद सुप्रिया सुले पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग भाजपा के साथ जाने के लिए उत्सुक हैं। लेकिन कोई भी सिर्फ प्यास लगने पर सीवर का पानी नहीं पीता, संजय राउत ने सुप्रिया सुले पर तीखी टिप्पणी की है।
शरद पवार की पार्टी के नेता प्रशांत जगताप ने उनके बयान पर टिप्पणी की है। प्रशांत जगताप ने कहा है कि संजय राउत को महाविकास अघाड़ी में नमक का एक कंकड़ भी नहीं फेंकना चाहिए।
संजय राउत ने आखिर क्या कहा?
आप बार-बार सुप्रिया सुले या कुछ अन्य नेताओं का नाम ले रहे हैं। उन्हें प्यास लगी होगी। लेकिन जब कोई प्यासा होता है तो वह सीवेज या गंदा पानी नहीं पीता। अगर आप प्यासे भी हैं, तो अगर आपसे पूछा जाए कि किस नाव में कूदना है या किस सागर में कूदना है, तो उस सागर में इतनी लहरें हैं, उस सागर में इतने लोग हैं, तो हर किसी को अपना स्थान खोजना होगा।
जो लोग चले गए हैं वे अभी भी वहां अपने अस्तित्व के लिए संघर्ष कर रहे हैं। संजय राउत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा। उनके इस बयान पर प्रशांत जगताप ने जवाब दिया।
प्रशांत जगताप ने क्या कहा?
प्रशांत जगताप ने कहा, शरद पवार की भूमिका के बिना महाराष्ट्र के सामाजिक मामले और राजनीति पिछले 60 वर्षों में आगे नहीं बढ़ी है।
संजय राउत को शरद पवार का अध्ययन करना चाहिए। उनके अवलोकन और बयानों से यह पहले ही स्पष्ट हो चुका है कि संजय राउत ने शरद पवार का कम अध्ययन किया है। उन्होंने भाजपा की तुलना सीवर से की है और कहा है कि वे सीवर का पानी नहीं पीएंगे। सुप्रिया सुले और हमारे अन्य नेता शरद पवार के मार्गदर्शन में काम कर रहे हैं। सुप्रिया सुले को राज्य और देश में एक मजबूत नेता के रूप में जाना जाता है।
प्रशांत जगताप ने यह भी कहा, उन्हें यह तय करने का अधिकार है कि अपनी पार्टी का विस्तार कैसे करना है या भविष्य में क्या निर्णय लेना है।
संजय राउत को लगातार ऐसे बयान देकर महाविकास अघाड़ी के नमक पर नमक नहीं छिड़कना चाहिए। क्योंकि हाल ही में कांग्रेस के एक नेता ने राहुल गांधी को लेकर जो बयान दिया है, उससे ऐसा नहीं लगता कि पार्टी के भीतर एकता बनाए रखने में कोई भी अच्छी भूमिका निभा रहा है।
शरद पवार महा विकास अघाड़ी के माध्यम से सभी दलों को एक साथ रखने का काम करते हैं। प्रशांत जगताप ने कहा, संजय राउत को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि इस तरह के बयान से महा विकास अघाड़ी में फूट न पड़े।