
रश्मि शुक्ला (सौजन्य-एक्स)
मुंबई: आईपीएस रश्मि शुक्ला को फिर से महाराष्ट्र का डीजीपी नियुक्त किया गया है। इस महीने की शुरुआत में, चुनाव आयोग ने कांग्रेस समेत अन्य राजनीतिक दलों की शिकायतों के बाद महाराष्ट्र सरकार को रश्मि शुक्ला का तत्काल प्रभाव से तबादला करने का निर्देश दिया था। वहीं, कांग्रेस ने सोमवार को चुनाव आयोग से मांग की कि आईपीएस अधिकारी रश्मि शुक्ला के खिलाफ महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के दौरान डिप्टी सी देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात कर आदर्श आचार संहिता का कथित उल्लंघन करने के लिए कार्रवाई की जाए।
इस महीने की शुरुआत में, निर्वाचन आयोग ने कांग्रेस समेत अन्य राजनीतिक दलों की शिकायतों के बाद महाराष्ट्र सरकार को पुलिस महानिदेशक रश्मि शुक्ला का तत्काल प्रभाव से तबादला करने का निर्देश दिया था। साथ ही महाराष्ट्र के मुख्य सचिव को शुक्ला का प्रभार कैडर के अगले सबसे वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी को सौंपने का निर्देश दिया।
कांग्रेस प्रवक्ता अतुल लोंढे ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि “रश्मि शुक्ला ने राज्य के गृह मंत्री से तब मुलाकात की जब आचार संहिता लागू थी, जो स्पष्ट रूप से इसका उल्लंघन है। चुनाव आयोग को इस मामले पर गंभीरता से ध्यान देना चाहिए और उनके खिलाफ तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए।”
उन्होंने तेलंगाना में इसी तरह की एक घटना का हवाला देते हुए कहा कि तेलंगाना में एक डीजीपी और एक वरिष्ठ अधिकारी ने चुनाव के दौरान एक मंत्री से मुलाकात की थी और चुनाव आयोग ने उनके खिलाफ तुरंत कार्रवाई की थी।
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कांग्रेस प्रवक्ता ने आरोप लगाते हुए कहा कि निर्वाचन आयोग गैर-भाजपा शासित राज्यों में कार्रवाई करने में क्यों तेज है, लेकिन भाजपा शासित राज्यों में इस तरह के उल्लंघनों के प्रति आंखें मूंदे प्रतीत क्यों होता है। यह गंभीर सवाल खड़े करता है।”
कांग्रेस नेता अतुल लोंढे ने कहा कि रश्मि शुक्ला पर विपक्षी नेताओं के फोन टैप करने सहित कई गंभीर आरोप हैं। कांग्रेस ने चुनाव के दौरान उन्हें डीजीपी के पद से हटाने की मांग की थी और उन्हें हटा दिया गया था। उन्होंने कहा कि हालांकि, विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित हो चुके हैं, लेकिन जब वह राज्य के गृह मंत्री से मिलीं, तब आदर्श आचार संहिता लागू थी और यह एक स्पष्ट उल्लंघन है।






