पुणे पोस्ट कार्यालय (pic credit; social media)
Maharashtra News: पुणे शहर और पिंपरी-चिंचवड़ के मुख्य डाकघरों को इन दिनों भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। वजह है अमेरिका को जाने वाली डाक सेवाओं पर रोक। केंद्र सरकार ने हाल ही में अमेरिका को भेजे जाने वाले सभी पार्सल, स्पीड पोस्ट और रजिस्टर्ड पत्र सेवाएं बंद कर दी हैं। इस निर्णय से पुणे डाक विभाग को लाखों रुपये का घाटा हो रहा है।
पुणे जीपीओ (जनरल पोस्ट ऑफिस), शहर के मुख्य डाकघर और मार्केट यार्ड कार्यालय प्रतिदिन अमेरिका को लगभग 20 से अधिक पार्सल भेजते थे। इनमें खाद्य सामग्री, कपड़े, बर्तन और जरूरी दस्तावेज शामिल रहते थे। इसके अलावा बड़ी संख्या में स्पीड पोस्ट और रजिस्टर्ड पत्र भी अमेरिका भेजे जाते थे। लेकिन अब यह सारी सेवाएं ठप हो गई हैं।
मिली जानकारी के अनुसार, अमेरिका ने भारत पर कुछ टैरिफ प्रतिबंध लगाए हैं, जिसकी वजह से दोनों देशों के बीच आर्थिक और व्यापारिक लेनदेन प्रभावित हुआ है। इसके चलते भारत सरकार ने भी जवाबी कदम उठाते हुए अमेरिका के लिए डाक सेवाओं को स्थगित कर दिया है।
इसे भी पढ़ें- Deputy CM अजित पवार का आगाज, गलत तरीकों से बांटे गए प्रभागों की विस्तार से होगी जांच
डाक विभाग के अधिकारियों का कहना है कि रोजाना भेजे जाने वाले पार्सल और डाक सेवाओं से होने वाली कमाई अचानक रुक गई है। इस वजह से डाकघरों की आय में भारी गिरावट दर्ज की जा रही है। कई ग्राहकों ने पहले ही अपने पार्सल बुक कर दिए थे, लेकिन सेवाएं बंद होने के कारण उन्हें वापस लौटाना पड़ा।
पुणे के व्यापारियों और प्रवासी भारतीय परिवारों पर भी इस निर्णय का असर दिख रहा है। बड़ी संख्या में लोग त्यौहारों और व्यक्तिगत कामों के लिए अमेरिका में अपने परिजनों को पार्सल और पत्र भेजते थे। अब उन्हें वैकल्पिक विकल्प तलाशने पड़ रहे हैं।
डाक विभाग ने लोगों से अपील की है कि फिलहाल अमेरिका को भेजी जाने वाली किसी भी वस्तु या पत्र को पोस्ट ऑफिस में जमा न करें। जैसे ही सेवाएं बहाल होंगी, इसकी आधिकारिक घोषणा की जाएगी।