(फाइल फोटो)
Pune News In Hindi: सालाबाद की तरह इस बार भी सार्वजनिक गणेशोत्सव 27 अगस्त से 6 सितंबर के बीच पूरे पुणे शहर में बड़े उत्साह के साथ मनाया जाएगा। इस मौके पर पुणे महानगरपालिका ने पर्यावरणपूरक गणेशोत्सव और गणेश मूर्तियों के विसर्जन के लिए खास तैयारियां की हैं।
पुणे महानगरपालिका प्रशासन ने सभी नागरिकों से अपील की है कि वे इस वर्ष गणेशोत्सव को पर्यावरण का ध्यान रखते हुए मनाएं, मनपा आयुक्त ने नागरिकों से विशेष रूप से अपील की है कि कोई भी मूर्ति नदी या तालाब जैसे प्राकृतिक स्रोतों में विसर्जित नहीं करें। बल्कि मनपा द्वारा उपलब्ध कराई गई जगहों पर ही मूर्तियों का विसर्जन करे। पुणे मनपा ने विभिन्न स्वयंसेवी संस्थाओं जैसे ECOEXIST, स्वच्छ पुणे सेवा सहकारी संस्था, जनवाणी, जीवंत नदी आदि के सहयोग से दोबारा इस्तेमाल उपक्रम शुरू किया है। 328 निर्माल्य कलश और कंटेनर स्थापित किए गए।
भक्तों की सुरक्षा के लिए रक्षकों की नियुक्ति निर्माल्य में केवल हार, पत्ते और फूल शामिल किए जाएंगे, इसमें प्लास्टिक, थर्माकोल, कपड़ा, मूर्तियों के अवशेष या खाद्य पदार्थ डालने की सख्त मनाही है। एकत्रित जैविक निर्माल्य से खाद तैयार कर किसानों को उपलब्ध कराई जाएगी। प्रादेशिक कार्यालयों द्वारा संकलित मूर्तियों का वाघोली स्थित खदान में सम्मान पूर्वक पुर्विसर्जन किया जाएगा। इस कार्य के लिए आवश्यक सेवक और पर्यवेक्षक नियुक्त किए गए है। साथ ही यहां सुरक्षा के लिए रक्षकों और रखवालदारों की भी नियुक्ति की गई है।
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गणेशोत्सव के दौरान शहर के सभी सार्वजनिक स्थानों, मंडपों, घाटों और विसर्जन स्थलों पर विशेष स्वच्छता अभियान चलाया जाएगा। पिछले वर्ष (2024) में 1,01,281 मूर्तियां हौद में, 2,82,604 मूर्तियां टंकियों में तथा 1,76,067 मूर्तिदान के रूप में विसर्जित की गई थी। कुल मिलाकर 7,06,478 किलो निर्माल्य संकलित किया गया था। 2024 में प्रतिदिन 386 पोर्टेबल टॉयलेट उपलब्ध कराए गए थे। इस वर्ष 554 पोर्टबल टॉयलेट की व्यवस्था की गई है।