पोर्श कार दुर्घटना मामला (फाइल फोटो)
पुणे: पुणे के पोर्श कार दुर्घटना मामले में पुलिस की बड़ा सफलता मिली है। नाबालिग आरोपी के ब्लड सैंपल की अदला बदली करने को लेकर पुलिस ने और दो लोगों की गिरफ्तार कर लिया है। अब तक इस मामले में 9 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। शहर के कल्याणी नगर में हुए इस हादसे में दो आईटी पेशेवरों की मौत हो गई थी। कथित तौर पर यह कार नशे में धुत एक नाबालिग द्वारा चलाई जा रही थी।
पुलिस के अधिकारी ने मंगलवार के इस बात की जानकारी देते हुए कहा कि इस मामले में सोमवार देर रात को दो और लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। इसके साथ ही इस मामले में अब तक 9 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
STORY | #Porsche car crash: 2 more held for alleged swapping of blood samples; total arrests reach 9
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— Press Trust of India (@PTI_News) August 20, 2024
पुणे पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार ने कहा कि कार में नाबालिग आरोपी के साथ मौजूद दो नाबालिगों के ब्लड सैंपल के साथ इन दो लोगों के ब्लड सैंपल को बदला गया, इनमें एक नाबालिग का पिता शामिल है।
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जानकारी के लिए बता दें कि रियल एस्टेट कारोबारी विशाल अग्रवाल और मां शिवानी अग्रवाल को नाबालिग आरोपी के ब्लड सैंपल बदलने में उनकी संदिग्ध भूमिका के मामले में गिरफ्तार किया गया था। उनके अलावा अश्पक मकंदर और अमर गायकवाड़ नामक व्यक्ति की भी गिरफ्तारी हुई थी। बताया यह भी जा रहा है कि मकंदर ने आरोपी के माता-पिता और सरकारी ससून अस्पताल के डॉक्टरों के बीच कथित तौर पर बिचौलिए की भूमिका निभाई थी। पुलिस ने अस्पताल के तत्कालीन एचओडी डॉ. अजय तावरे डॉ, श्रीहरी हल्नोर और ससून अस्पताल के एक कर्मचारी अतुल घाटकांबले को गिरफ्तार किया था।
हाल ही में पुणे पुलिस ने इस मामले में गिरफ्तार किए गए सात आरोपियों के खिलाफ 900 पन्नों की चार्जशीट दायर की है। दरअसल, पुणे के कल्याणी नगर में 19 मई को पोर्श कार चला रहे नाबालिग आरोपी ने एक मोटरसाइकिल पर सवार दो सॉफ्टवेयर इंजीनियर को कथित तौर पर टक्कर मार दी थी, जिससे उनकी मौत हो गई थी। पुलिस ने दावा किया कि 17 वर्षीय आरोपी नशे की हालत में कार चला रहा था।