शरद पवार (सौजन्य-सोशल मीडिया)
पुणे: पहलगाम आतंकी हमले में भारत सरकार ने जवाबी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान के साथ अहम निर्णय लिए है। भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ एक्शन लेते हुए सिंधु जल संधि समाप्त कर दी। अटारी बॉर्डर बंद कर दिया। देश में मौजूद सभी पाकिस्तानियों के वीजा रद्द कर दिए है और सभी को वापस जाने का आदेश दे दिया है। भारत सरकार ने भले ही आक्रोश में आकर ये फैसला ले लिया है लेकिन इसका उल्टा असर कही-न-कही भारत को भी भुगतना पड़ सकता है।
एनसीपी-एसपी प्रमुख शरद पवार ने इस विषय पर जोर देते हुए सभी का ध्यान इन फैसलों से होने वाले दुष्परिणामों की ओर लाया। शरद पवार ने पहलगाम आतंकी हमले के बाद लिए गए फैसलों पर अपनी राय भी रखी। शरद पवार ने कहा कि आज हम ऐसे फैसले लेंगे तो कल पाकिस्तान भी ऐसे फैसले लेगा। शरद पवार ने सरकार का ध्यान हवाई यात्रा की ओर खींचते हुए कहा कि अगर सरकार यह फैसला लेती है कि उनके विमान हमारे इलाके में प्रवेश नहीं करेंगे, तो आगे वे भी यह फैसला लेंगे कि हमारे विमान उनके इलाके में प्रवेश नहीं करेंगे।
शरद पवार ने आगे कहा कि यूरोप जाने के लिए यूरोपीय देशों के लिए सभी विमान पाकिस्तान से होकर गुजरते हैं। अगर ये विमान पाकिस्तान से होकर नहीं जाएंगे को हवाई यात्रा लंबी और महंगी हो जाएगी। मुझे नहीं लगता इस तरह के फैसले लेंगे तो पाकिस्तान चुप रहेगा।
पाकिस्तान के खिलाफ जवाबी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान ने भारतीय विमानों के लिए अपना एयर स्पेस को भी बंद कर दिया है। इस विषय पर भारतीय एयरलाइंस ने एक संदेश जारी करते हुए बचाया है कि अब इंटरनेशनल विमानों के लिए दूसरा रूट लिया जाएगा, जिसके कारण दूरी लंबी हो सकती है। एयरलाइंस ने ये भी बताया कि इसके चलते फ्लाइट से आने-जाने में देरी होगी और समय में बदलाव होगा।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार भारत के लिए पाकिस्तानी एयर स्पेस बंद होने से भारत से यूरोप, उत्तरी अमेरिका और मध्य पूर्व के लिए विमानों के समय, रूट और खर्चे पर भारी असर पड़ेगा। एयरलाइन के अधिकारियों का कहना है कि पाकिस्तानी एयर स्पेस बंद होने के कारण यूरोप और US के लिए फ्लाइट्स रूट और सफर का समय बढ़ेगा।
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एयलाइंस अधिकारियों के अनुसार हम मौजूदा वक्त में दूसरे मार्गों की तलाश कर रहे हैं। दिल्ली और मुंबई जैसे मुख्य जगहों से यूरोप और उत्तरी अमेरिका के लिए जाने वाली फ्लाइट्स में रुकावट देखने को मिल सकती है। इसके अलावा बात करे तो मध्य पूर्व की कुछ फ्लाइट्स भी प्रभावित होंगी। दूरी बढ़ने के कारण खर्चे में भी बढ़ोतरी होगी।