शरद पवार की बड़ी मांग- केंद्र को आरक्षण पर 50% की सीमा हटानी चाहिए
पुणे: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद चंद्र पवार) ने पुणे में एक पुलिसकर्मी पर एक धारदार हथियार (हंसिया) से हमले के मद्देनजर सोमवार को विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान राकांपा ने राज्य के गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस के इस्तीफे की मांग की। एनसीपी शरद गुट ने दावा किया कि शहर में कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ गई है।
मिली जानकारी के अनुसार, पुणे के हडपसर इलाके में एक सहायक पुलिस निरीक्षक रत्नाकर गायकवाड़ पर उस समय धारदार हथियार (कोयता) से हमला किया गया था। बताया जा रहा है कि पुलिसकर्मी रत्नाकर गायकवाड़ कुछ लोगों के बीच विवाद को सुलझाने की कोशिश कर रहे थे, इस दौरान ही उन पर हमला किया गया। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद चंद्र पवार) की पुणे शहर इकाई के कार्यकर्ताओं और स्थानीय नेताओं ने जिला कलेक्ट्रेट के बाहर विरोध प्रदर्शन किया।
राज्याचे गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस हे सत्ताकारणातच इतके रमून गेले आहेत की, कायदा सुव्यवस्थेचा पूर्णपणे बोजवारा उडाला असून गुन्हेगारांवर वचक राहिलेला नाही. पुण्यात थेट पोलीस अधिका-यांवरच कोयत्याने हल्ला करण्यापर्यंत कोयता गँगची मजल गेली आहे. ‘कोयता गँग’ची गुन्हेगारी रोखण्यात… pic.twitter.com/BJlUo5oJPX
— Nationalist Congress Party – Sharadchandra Pawar (@NCPspeaks) August 26, 2024
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पार्टी की शहर इकाई के प्रमुख प्रशांत जगताप ने आरोप लगाया, “हम मांग करते हैं कि फडणवीस राज्य के गृहमंत्री के पद से इस्तीफा दें। जब भी वह राज्य के गृहमंत्री या मुख्यमंत्री होते हैं, अपराध बढ़ जाते हैं। पुणे जैसे शहरों में बड़ी मात्रा में मादक पदार्थ जब्त किए जाते हैं। अपराध इसलिए बढ़े हैं क्योंकि गुंडे जो तड़ीपार हैं, वे फडणवीस के काफिले में हैं।” उन्होंने कहा कि पुलिसकर्मी पर हमला दिखाता है कि अपराधियों के हौसले बुलंद हो गए हैं।
उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने यहां संवाददाताओं से कहा कि पुलिस अधिकारी पर हमला करने वाले व्यक्ति के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा, “पुलिस को अपनी शक्ति का इस्तेमाल करने की जरूरत है। आपराधिक पृष्ठभूमि वाले लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करना उनका मुख्य काम है।”
(एजेंसी इनपुट के साथ)