लवासा सिटी में भूस्खलन (फोटो: पीटीआई)
पुणे. महाराष्ट्र के पुणे में बुधवार रात से हो रही भारी बारिश ने अपना कहर बरपाया है। कई निचले इलाकों और इमारतों में पानी भर गया है। वहीं, भूस्खलन की चपेट में आए लवासा सिटी के तीन बंगलों में दो लोगों के फंसे होने की आशंका है।
अधिकारियों ने बताया कि पुणे शहर से लगभग 65 किलोमीटर दूर निजी शहर लवासा में पिछले 24 घंटे की अवधि के दौरान गुरुवार सुबह साढ़े आठ बजे तक 453 मिलीमीटर बारिश हुई। जिले की मुलशी तहसील में बुधवार शाम से लगातार बारिश हो रही है। लवासा भी इसी तहसील क्षेत्र में आता है।
पुलिस के अनुसार, दसावे गांव में तड़के हुए भूस्खलन की चपेट में आए तीन बंगलों में से एक में दो लोगों के फंसे होने की आशंका है जो यहां देखभाल का काम करते थे। अधिकारियों ने बताया कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और स्थानीय प्रशासन के कर्मचारी तलाशी और बचाव अभियान में जुटे हैं।
पुणे के जिलाधिकारी सुहास दिवसे ने बताया कि जिला प्रशासन बचाव अभियान की निगरानी कर रहा है। पौड थाने के वरिष्ठ निरीक्षक मनोज यादव ने बताया कि फंसे हुए दोनों लोग भूस्खलन प्रभावित बंगलों में से एक में ‘केयरटेकर’ के रूप में काम करते थे।
पुलिस ने बताया कि इस बीच एक अलग घटना में मुलशी तहसील के तमहिनी घाट में भूस्खलन का मलबा सड़क किनारे एक ढाबे पर आ गिरा जिसके कारण शिवाजी बहिरत नामक एक व्यक्ति की मौत हो गई तथा एक अन्य व्यक्ति घायल हो गया।
गौरतलब है कि पुणे में भारी बारिश के चलते चार लोगों की मौत हो गई। शहर में सिंहगढ़ रोड, बावधन, बानेर और डेक्कन जिमखाना जैसे निचले इलाकों में स्थित आवासीय परिसरों में पानी भर गया है। फंसे हुए लोगों को निकालने के लिए जिला प्रशासन के प्रयास शुरू हैं। मौसम विभाग ने पुणे जिले के लिए ‘रेड अलर्ट’ जारी किया है और लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है। भारी बारिश की चेतावनी के मद्देनजर जिले के अधिकतर इलाकों के स्कूलों और कॉलेजों में अवकाश घोषित किया गया है। बचाव कार्य के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) समेत सेना की टीमों को भी तैनात किया गया है। (एजेंसी इनपुट के साथ)