ट्रैफिक उल्लंघन (pic credit; social media)
Maharashtra News: ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों पर अब और सख्ती बरती जाएगी। पुणे क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय (RTO) ने शहर की सड़कों पर निगरानी बढ़ाने के लिए अपने बेड़े में चार नई हाई-टेक गाड़ियां शामिल की हैं। इन गाड़ियों को मोबाइल ट्रैकिंग इन्फोर्समेंट सिस्टम (MTES) कहा जाता है, जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और रडार तकनीक से लैस हैं। खास बात यह है कि ये गाड़ियां पूरी तरह स्वचालित तरीके से नियम तोड़ने वालों की पहचान करके तुरंत चालान जारी करेंगी।
MTES गाड़ियों में लगी AI-आधारित रडार प्रणाली ओवरस्पीडिंग, गलत लेन में ड्राइविंग, रेड लाइट क्रॉसिंग और अन्य उल्लंघनों की पहचान कर लेती है। जैसे ही कोई वाहन नियम तोड़ता है, यह सिस्टम तुरंत उसका डेटा रिकॉर्ड कर लेता है और स्वचालित रूप से चालान जनरेट कर देता है। खास बात यह है कि इसमें किसी इंसानी हस्तक्षेप की ज़रूरत नहीं पड़ती।
अधिकारियों का कहना है कि ये गाड़ियां एक घंटे में करीब 1,000 मामलों पर कार्रवाई करने की क्षमता रखती हैं। इससे नियमों का पालन सुनिश्चित करने और सड़क पर अनुशासन लाने में बड़ी मदद मिलेगी।
इन गाड़ियों में इन्फ्रारेड लाइट्स भी लगाई गई हैं, जिससे यह सिस्टम रात के अंधेरे, धुंध और खराब मौसम में भी प्रभावी ढंग से काम करेगा। अब मौसम या विजिबिलिटी ट्रैफिक नियम तोड़ने वालों पर कार्रवाई करने में बाधा नहीं बनेगी।
पुणे RTO अधिकारियों का मानना है कि इन हाई-टेक गाड़ियों के आने से ट्रैफिक प्रबंधन और भी स्मार्ट होगा। सड़क सुरक्षा को बढ़ावा मिलेगा और लापरवाह ड्राइविंग पर लगाम लगेगी। उम्मीद जताई जा रही है कि इस पहल से दुर्घटनाओं में भी कमी आएगी।
शहर के नागरिकों के लिए यह संदेश साफ है,अब लापरवाही नहीं चलेगी। अगर नियम तोड़ेंगे, तो चालान अपने आप घर पहुंच जाएगा।