जेजुरी (सौ. सोशल मीडिया )
Pune News In Hindi: पूरे महाराष्ट्र के कुलदेवता, तीर्थस्थल पुरंदर तहसील के जेजुरी के लिए वोर जलाशय से प्रस्तावित नई जलापूर्ति योजना को प्रशासनिक मंजूरी मिलने के बावजूद, 10 महीने बीत जाने के बाद भी काम शुरू नहीं हो पाया है।
इस देरी से जेजुरी के निवासियों में भारी गुस्सा है। वर्तमान में जेजुरी में पानी की आपूर्ति नाजरे जलाशय और मांडकी डीह से होती है। लेकिन, ये दोनों योजनाएं शहर की पानी की जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त नहीं हैं, खासकर गर्मियों में पानी की आपूर्ति करना मुश्किल हो जाता है।
यहां तक कि जब नाजरे जलाशय भरा हुआ है, तब भी शहर को हफ्ते में सिर्फ दो बार ही पानी मिल पाता है, जिससे नागरिकों को काफी परेशानी हो रही है। इस समस्या का स्थायी समाधान निकालने के लिए, 2018 में तत्कालीन नगर पालिका अध्यक्ष वीणा सोनवणे ने एक नई पानी योजना का प्रस्ताव रखा था। पूर्व विधायक संजय जगताप के प्रयासों से 66 करोड़ रुपये का एक विस्तृत मसौदा तैयार किया गया। इस योजना में वीर जलाशय से 1।4732 मिलियन वयूबिक मीटर पानी लेना।
जेजुरी तक पाइपलाइन बिछाना, शहर में 5 लाख और 2 लाख लीटर क्षमता की दो पानी की टंकियां बनाना और 34 किलोमीटर लंबी आंतरिक पाइपलाइन बिछाना शामिल है। इस योजना को 5 सितंबर 2024 को प्रशासनिक मंजूरी मिली और 26 सितंबर 2024 को निविदा प्रक्रिया शुरू हुई। 10 अक्टूबर 2024 तक निविदा पूरी हो गई और संतोष कंस्ट्रक्शन प्रा। लि। की 59।60 करोड़ रुपये की निविदा मंजूर हो गई। लेकिन, विधानसभा चुनाव की आचार संहिता के कारण काम में देरी हो गई।
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नपा के पूर्व अध्यक्ष वीणा सोनवगै ने सरकार से सीधे तौर पर अपील की है कि वे कंजूरी के नागरिकों के दर्द की और परीक्षा न लें और नई पेयजल योजना का काम तुरंत शुरू करें। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि शहर को नियमित पानी की अमूर्ति मिलना अब एक अनिवार्यता बन चुकी है। और सरक्चर को इस दिशा में तत्काल और निर्णायक कदम उठाने चाहिए। अगर सरकार और प्रशासन इस मामले पर तुरंत ध्यान नहीं देते हैं, तो जनी की कमी से त्रस्त जनता का गुस्सा और भी बढ़ सकता है, जिसके गभीर परिणाम हो सकते हैं।