प्रकाश आंबेडकर (सोर्स: सोशल मीडिया)
नासिक: महायुति सरकार ने इस वर्ष के बजट में मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहीण योजना (लाडली बहन योजना) की घोषणा की। इस योजना में 21 से 65 वर्ष की आयु वर्ग की अल्प आय वर्ग की महिलाओं को हर महीने 1500 रुपए की सहायता दी जाती है। 14 अगस्त से सरकार ने महिलाओं के खाते में पैसे जमा करना शुरू कर दिया है। लाखों महिलाओं के खाते में 3 हजार रुपए जमा हुए हैं। लेकिन इस योजने पर विपक्ष ने सत्ताधारी दलों पर तीखी टिप्पणी की है।
वंचित बहुजन आघाड़ी के अध्यक्ष प्रकाश आंबेडकर ने लाडली बहन योजना पर राज्य सरकार पर निशाना साधा है। प्रकाश आंबेडकर सोमवार को नासिक दौरे पर आए थे। नासिक में पूर्व विधायक जे. पी गावित पेसा भर्ती के लिए आदिवासी विकास भवन कार्यालय में 4 दिनों से आमरण अनशन पर बैठे हुए हैं। प्रकाश आंबेडकर ने जे. पी गावित के आंदोलन स्थल पर भेंट दी।
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इसके बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए प्रकाश आंबेडकर ने कहा कि आदिवासी 7.5% हैं। आदिवासी विद्यार्थियों के शिक्षा के लिए 10 हजार करोड़ का बजट रखा जाना चाहिए। दुर्भाग्य से सरकार को आदिवासी विद्यार्थियों के शिक्षा की जानकारी नहीं है। विधानसभा में कहा गया कि बोगस आदिवासी भर्ती हो रही है, लेकिन जो बोगस थे उन्हें खुले वर्ग में शामिल किया गया, लेकिन आदिवासी पेसा के तहत भर्ती नहीं की गई।
नासिक के आदिवासी आयुक्तालय को आंदोलन के लिए ध्यान देने के बजाय मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के कार्यालय पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि लाडली बहन योजना के लिए पैसा कहां से आया? क्या आदिवासियों के बजट के 7 हजार करोड़ लाडली बहन योजना के लिए वर्ग किए गए? अगर ऐसा नहीं है, तो सरकार को आदिवासियों के बजट का विवरण देना होगा।
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इसी के साथ प्रकाश आंबेडकर ने जे. पी गावित को तीसरे मोर्चे में शामिल होने का ऑफर दिया है। उन्होंने कहा माकपा ने कांग्रेस के साथ गठबंधन किया है। अब जे. पी गावित क्या निर्णय लेंगे, इस पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं क्या वे प्रकाश आंबेडकर के ऑफर को स्वीकार करेंगे या अपना अलग रास्ता चुनेंगे, यह देखना दिलचस्प होगा।