निसाका (सौ. सोशल मीडिया )
Nashik News In Hindi: निफाड़ सहकारी चीनी मिल यानी निसाका, जो पहले से ही जिला बैंक द्वारा बेचे जाने के कगार पर है, अब एक और कानूनी संकट का सामना कर रही है। पिंपल राम ग्राम पंचायत ने बकाया संपत्ति कर की वसूली के लिए मिल को जब्त करने का नोटिस जारी किया है। यह एक अभूतपूर्व कदम है, क्योंकि ग्राम पंचायत सीधे तौर पर एक बड़े औद्योगिक संस्थान के खिलाफ कानूनी कार्रवाई कर रही है।
ग्राम पंचायत के अंतर्गत आने वाली ‘निसाका’ पर ग्राम पंचायत का 4 करोड़ 23 लाख 40 हजार 275 रुपये का भारी-भरकम बकाया है। मिल के बंद होने के बाद भी यह राशि जमा नहीं की गई। लंबे समय से बंद पड़ी यह मिल इस क्षेत्र की आर्थिक रीढ़ मानी जाती थी, और इसकी मौजूदा स्थिति से स्थानीय किसानों और मजदूरों में गहरी चिंता है। यह बकाया ग्राम पंचायत के लिए भी एक बड़ी चुनौती बन गया है, क्योंकि इससे विकास कार्यों पर भी असर पड़ रहा है।
ग्राम पंचायत ने बकाया राशि जमा करने के लिए मिल को कई बार नोटिस भेजा। 2 अगस्त 2025 को सात दिन का नोटिस जारी किया गया। इसके बाद 9 अगस्त को तीन दिन का और 14 अगस्त को भी संपत्ति जब्ती के लिए नोटिस भेजा गया। यह नोटिस उन कंपनियों को भी दिया गया है जो लीज पर मिल का संचालन कर रही थीं, जिनमें बी. टी. के 4 ए नों ना .कडलग कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड और अष्टलक्ष्मी शुगर इथेनॉल एंड एनर्जी लिमिटेड शामिल हैं। इतने नोटिसों के बावजूद बकाया राशि जमा नहीं की गई, जिससे ग्राम पंचायत ने यह सख्त कदम उठाने का फैसला किया।
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निसाका के प्रभारी कार्यकारी संचालक एन. के. हंडोरे ने कहा है कि इसकी सूचना दे रहा हूं पिपलस ग्राम पंचायत का नोटिस प्राप्त हो गया है और मैं बैंक के आवासायक और वरिष्ठों को इसकी सूचना दे रहा हूं।