नाशिक न्यूज (सौ. डिजाइन फोटो )
Nashik News: पूर्व मंत्री प्रशांत हिरे और पूर्व विधायक अपूर्व हिरे से जुड़ी मालेगांव की वेंकटेश सहकारी बैंक में करोड़ों रुपये के घोटाले का खुलासा होने के बाद, अब नाशिक की महिला विकास सहकारी बैंक के मुख्य कार्यालय (गोले कॉलोनी) में भी बड़ी अनियमितता सामने आई है। बैंक अधिकारियों और हिरे परिवार पर 17 करोड़ से अधिक की धोखाधड़ी कर अवैध रूप से कर्ज वितरित करने का मामला सरकारवाडा पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया है। इस मामले में संदिग्ध आरोपियों में प्रशांत हिरे, अपूर्व हिरे, योगिता अपूर्व हिरे, स्मिता प्रशांत हिरे सहित छह लोग शामिल हैं।
महिला बैंक की कर्मचारी रीना संतोष गोसावी (निवासी पाथर्डी रोड) ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत के अनुसार हिरे परिवार (जो महिला बैंक और आदिवासी सेवा समिति के पदाधिकारी हैं), बैंक के राजेश शशिकांत शिंदे, संतोष वामन घुले और अन्य पदाधिकारियों पर आरोप है। साल 2021 से अब तक आरोपियों ने बार-बार बैंक में बिना कोई गिरवी (संपार्श्विक/तारण) लिए, संबंधित महिला सदस्यों और पुरुष कर्मचारियों को धमकाकर कर्ज प्रकरण (लोन केस) तैयार करवाए।
कर्ज मंजूर कराकर उस पर कर्मचारियों के हस्ताक्षर लिए गए और कर्ज की राशि को खुद के परिवार और रिश्तेदारों की फर्मों के व्यवसाय में स्थानांतरित कर दिया गया। शिकायत में कहा गया है कि कुछ कर्मचारियों के नाम पर भी कर्ज लिया गया और कर्ज की अदायगी (परतफेड) नहीं की गई, जिसके चलते लगभग 17 करोड़ 74 लाख 75 हजार रुपये को नॉन-परफॉर्मिंग एसेट (NPA) खाते में डाल दिया गया। इससे संस्था, कर्मचारियों और सदस्यों के साथ धोखाधड़ी हुई है। इस मामले में सरकारवाडा पुलिस ने देर रात मामला दर्ज किया है और सहायक पुलिस निरीक्षक डगळे आगे की जांच कर रहे हैं।
पूर्व मंत्री प्रशांत हिरे और पूर्व विधायक अपूर्व हिरे पदाधिकारी रह चुके हैं, और आदिवासी सेवा समिति, वेंकटेश हिरे सहकारी बैंक, और रेणुका देवी सहकारी सूत गिरणी के मामलों में भी उन पर पहले करोड़ों रुपये के गबन और धोखाधड़ी के मामले दर्ज हो चुके हैं।
पिछला मामला: मालेगांव की वेंकटेश सहकारी बैंक के 2 करोड़ रुपये के धोखाधड़ी मामले में, ठाकरे गुट के उपनेता अद्वय हिरे (जो इसी परिवार से जुड़े हैं) को पिछले साल गिरफ्तार किया गया था और वह लगभग नौ महीने जेल में रहे थे।
यह भी पढ़ें- अचानक बदला मौसम! ठाणे और नवी मुंबई में भारी बारिश, 40 किमी/घंटे की रफ्तार से चल रही हवाएं
महिला विकास बैंक कर्ज घोटाले के खुलासे से बैंक के हजारों सदस्यों और खाताधारकों में हड़कंप मच गया है। बैंक के कुछ सदस्यों के नाम पर कर्ज मंजूर कर उसकी राशि आरोपियों ने अपने खातों में ट्रांसफर करवा ली। जब इन सदस्यों को अपने नाम पर कर्ज होने की नोटिस मिली, तो उन्होंने बैंक जाकर पूछताछ की और यह धोखाधड़ी सामने आई।